जिला पंचायत सीईओ ने अग्निवीर भर्ती हेतु ली अधिकारियों की बैठक
राजनांदगांव(अमर छत्तीसगढ) 26 फरवरीl भारत शासन की महत्वाकांक्षी योजना अग्निपथ स्कीम के तहत भारत सरकार के द्वारा वर्तमान में अग्निवीर थल सेना में भर्ती के लिए युवा अग्निवीरों से आवेदन आमंत्रित किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज जिला पंचायत सभाकक्ष में जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुरूचि सिंह के द्वारा जिले के सभी महाविद्यालय के प्राचार्य, सभी जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों, सभी विकासखंडों के विकासखंड शिक्षा अधिकारियों, क्रीड़ा अधिकारी, आईटीआई, ई डिस्ट्रिक्ट मैनेजर तथा जिला मिशन समन्वयक एवं सहायक परियोजना समन्वयक की बैठक आयोजित की गई। जिला पंचायत सीईओ ने योजनाओं की जानकारी उपस्थित सभी अधिकारियों को तथा वीसी के माध्यम से भी उपस्थित अधिकारियों को दी गई। उन्होंने कहा कि गूगल फॉर्म में ऐसे युवा जो अग्निवीर थल सेना में पंजीयन के लिए इच्छुक हैं उन्होंने अपनी जानकारी सबमिट की है। जिसके परिणामस्वरूप उन युवाओं की सूची आज जिले में प्राप्त हुई। जिसमें वर्तमान में 1418 युवाओं ने इसमें दिलचस्पी दिखाई है। अग्निवीर बनने के लिए इन सभी 1418 बच्चों को जो अलग-अलग विकासखंडों के अलग-अलग ग्रामों के हैं इनका चिन्हांकन कर कल जनपद पंचायत सीईओ की अध्यक्षता में टीम बैठक लेगी, जिसमें ग्राम पंचायत के सचिव, संकुल समन्वयक, प्राचार्य महाविद्यालय, हायर सेकेंडरी स्कूलों के प्राचार्य सभी की टीम इन पात्र युवाओं को अग्निवीर के लिए पंजीयन करने में अपना योगदान देगी l जिला पंचायत सीईओ ने अपील की है कि यदि कोई युवा राशि के अभाव में पंजीयन करने में असमर्थ पाते हैं तो वे अपने पंचायत के माध्यम से भी संपर्क करके अपना पंजीयन कार्य करवा सकते हैं। जिससे उनको सहयोग मिल पाएगा तथा सेना में जाने के इच्छुक ऐसे युवा जिनको इस प्रकार की दिक्कत आएगी वह अपने स्कूल में अथवा पंचायत में संपर्क करके अपना आवेदन थल सेना भर्ती के लिए ऑनलाइन कर सकते हैं।
पंजीयन के लिए चार स्थान तय किया गया है। हायर सेकेंडरी स्कूल, महाविद्यालय जहां परीक्षा के दौरान युवा फॉर्म भर सकेंगे। ग्राम पंचायत सचिव द्वारा तथा नजदीकी लोकसेवा केंद्रों में भर्ती के लिए पंजीयन करने इच्छुक आवेदकों का पंजीयन का कार्य पूर्ण किया जाएगा। पंजीयन में किसी भी प्रकार की तकनीकी दिक्कत आने पर जिला रोजगार अधिकारी कार्यालय से शुभी जग्गी से संपर्क करके तकनीकी समस्या का हल किया जा सकता है। स्कूलों से अपेक्षा की गई है कि वह अपने एक शिक्षक को स्कूल अवधि में उपलब्ध रहकर पंजीयन के इच्छुक आवेदकों का तकनीकी सहयोग प्रदान करने में योगदान देने हेतु कहा गया है। इस कार्य के लिए सचिवों की जिम्मेदारी होगी कि ऐसे युवा जो विभिन्न ग्राम पंचायत के अलग-अलग ग्राम के हैं उनका चिन्हांकन कर उनसे संपर्क करते हुए स्कूलों तक उनको लाएंगे जिससे उनका पंजीयन हो सकेगा। ऐसे युवा जो महाविद्यालय की परीक्षा में सम्मिलित होंगे, उसके लिए महाविद्यालय के प्राचार्य से अपेक्षा की गई है कि वह ऐसे युवाओं को महाविद्यालय में ही परीक्षा के उपरांत इनका पंजीयन कराने में अपना योगदान देंगे तथा इसके पश्चात भी जो युवा और पंजीयन करना चाहते हैं अपने नजदीकी लोक सेवा केंद्र में न्यूनतम फीस 30 रूपए की राशि देकर अपना पंजीयन करा सकेंगे ।
जिला मिशन समन्वयक सतीश ब्यौहरे ने कहा कि सभी से यह अपेक्षा है कि हर स्तर पर हम सब अपने जिले में ज्यादा से ज्यादा पात्र आवेदकों को आवेदन करवाने पंजीयन कराने में अपना योगदान दें। सहायक परियोजना समन्वयक समग्र शिक्षा मनोज मरकाम ने कहा कि वह इन बच्चों को पंजीयन निर्धारित समय अवधि में कराने के पश्चात जिले को प्राप्त लक्ष्य को प्राप्त करने में अपना योगदान दें तथा बच्चों को इस संदर्भ में तैयारी कैसे करनी है और परीक्षा प्रक्रिया से अवगत कराएं।