बिलासपुर(अमर छत्तीसगढ़)3 मार्च। जिला न्यायालय परिसर में जिला न्यायाधीश रमाशंकर प्रसाद के मार्गदर्शन में जिला न्यायालय एवं पुलिस विभाग का सामुहिक कार्यशाला आयोजित की गई। जिसमें इलेक्ट्रानिक मोड के माध्यम से न्यायालय के द्वारा जारी होने वाले समंस, नोटिस, एवं वॉरण्ट आदि को माननीय ई-कमेटी सर्वोच्च न्यायालय, नई दिल्ली द्वारा बनाये गये सॉफ्टवेयर NSTEP (National Service and Tracking of Electronic Processes) के माध्यम से तामिली किये जाने के संबंध में चर्चा की गई।
उक्त कार्यशाला में NSTEP (National Service and Tracking of Electronic Processes) के उपयोग एवं आवश्यकता के साथ भविष्य में होने वाले कार्यवृद्धि को देखते हुए त्वरित न्याय प्रदान करने की दिशा में न्यायालयों को समय पर पुलिस विभाग द्वारा समंस, नोटिस, वॉरण्ट इत्यादि की तामिली कम से कम समय में सुनिश्चित् की जा सके तथा न्यायालयों द्वारा लंबित प्रकरणों के त्वरित निराकरण हेतु मदद मिल सकें।
वर्तमान में जिला न्यायालय, बिलासपुर में उक्त सॉफ्टवेयर का उपयोग सिर्फ सिविल प्रकरणों से संबंधित समंस, वॉरण्ट, नोटिस के तामिली हेतु न्यायालयों में कार्यरत आदेशिका वाहको द्वारा ही किया जा रहा है। भविष्य में इसकी उपयोगिता को देखते हुए समस्त क्रिमिनल प्रकरणों से संबंधित समंस, वॉरण्ट, नोटिस आदि की तामिली पुलिस विभाग में कार्यरत कर्मचारियों के माध्यम से कराये जाने हेतु उक्त कार्यशाला का आयोजन आज किया गया, जिसमें पुलिस विभाग, बिलासपुर से उपस्थित अधिकारी एवं कर्मचारिगणों को उक्त सॉफ्टवेयर का प्रशिक्षण दिया गया एवं जल्द ही क्रिमिनल प्रकरणों से संबंधित समंस, वॉरण्ट, नोटिस आदि की तामिली उक्त सॉफ्टवेयर के माध्यम से शीघ्र प्रारंभ करने हेतु पहल की गई।
उक्त कार्यशाला में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, माननीय उच्च न्यायालय बिलासपुर के कम्प्यूटराईजेशन अनुभाग के तकनिकी कर्मचारी, जिला न्यायालय बिलासपुर के कम्प्यूटराईजेशन अनुभाग के तकनिकी कर्मचारी एवं पुलिस विभाग द्वारा जिला बिलासपुर के समस्त थाना प्रभारी व थानों के प्रधान आरक्षक, आरक्षक सम्मिलित हुए।