राजनांदगांव। (अमर छत्तीसगढ़) जिले में समर्थन मूल्य को लेकर धान खरीदी के लिए जिले भर में 145 खरीदी केन्द्र बनाये गये हैं। लगभग 82 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है। किसानों के समक्ष बारदानें की समस्या दिखने लगी है। क्योंकि उन्हें व्यवस्था करना पड़ा रहा है। वही ंदूसरी ओर दलाल, कोचिये, अंतर्राज्यीय परिवहन करने वाले संभावित लोग भी पैनी नजर रखे हुए है। जब भी मौका मिले दलाल कोचिया अपना धान समर्थन मूल्य बेच सके। राजनांदगांव जिले की सीमा महाराष्ट्र एवं मध्य प्रदेश से लगी हुई है। काफी बड़ा हिस्सा आदिवासी वन बाहुल्य नक्सल क्षेत्र होने की वजह से पुलिस, जिला प्रशासन सहकारी बैंक के जिम्मेदार अधिकारी भी नजर लगाये हुए दिख रहे है। बारदाने की आपूर्ति को लेकर कल एक दिसंबर से सभी संग्रहण केन्द्रों में सत्ता पक्ष के नेता अधिकांश स्थानों में विधिवत शुभारंभ भी करेंगे। वहीं इस बार सोसायटियों में कामन धान तथा ग्रेड ए धान प्रति क्विंटल की दर से खरीदी की स्थिति रहेगी। दलाल, कोचियों, बिचौलियों पर भी नजर रखनी होगी। गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी किसान प्रति एकड़ 15 क्विंटल धान बेच सकेंगे। गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष भी अधिक किसानों का पंजीयन हुआ है।
जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुनील कुमार वर्मा जहां पूरी टीम के साथ संग्रहण केन्द्रों में पहुंचकर व्यवस्था पर नजर रखे हुए है। श्री वर्मा लगभग सभी सहकारी समितियों से सीधी बातचीत कर रहे हैं तथा कवर्धा जिले पर भी उनका ध्यान है। यह पहली बार है कि सत्ता पक्ष विशेषकर छग शासन ने जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक में अध्यक्ष व प्रशासक के रूप में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नवाज खान को इस पद की जिम्मेदारी दी है। वे भी खरीदी केन्द्रो�