सौरभ संचेती – श्री राम सौरभ मुनि जी (दुर्ग )
सौरभ भुरा – श्री राम सूर्य मुनि (देशनोख)
श्रीमती आशा श्री श्रीमाल- श्री रामशा श्री जी (कवर्धा)
प्रणिता बाफना – श्री राम प्रणिता श्रीजी ( दुर्ग )
शैली बाफना – श्री राम शैली श्रीजी (दुर्ग )
आयुषी पोखरना – श्री रामायुषी श्री जी ( बेगु )
त्रिशला धम्माणी – श्री रमात्रया श्री जी (रतलाम)
बेगु राजेस्थान में आचार्य श्री रामलाल जी महाराज एवं उपाध्याय प्रवर श्री राजेश मुनि जी महाराज के सानिध्य में साधुमार्गी जैन संघ बेगू राजस्थान के आतिथ्य में 7 जैन भगवती दीक्षा संपन्न हुई
गुरु राम पर आस्था और विश्वास रखने वाले संयम पथ के साधक बेगू राजस्थान की पावन धरती पर दीक्षा ग्रहण कर रहे हैं जिसकी कई माह से तैयारी साधुमार्गी जैन संघ द्वारा की जा रही है
देश के कोने-कोने से इस जैन भगवती दीक्षा को देखने जैन समाज के लोग बड़ी संख्या में बेगू राजस्थान पहुंचे हैं जहां गुरु राम के जयकारों के मध्य गुरु राम के विराट व्यक्तित्व का बखान करते हुए गुरु राम विराट है दीक्षाओं का ठाठ है की ध्वनि इस पावन क्षेत्र में गूंजायमान है इस भव्य दीक्षा महोत्सव में
सौरभ जी संचेती सौरभ जी भुरा प्रणिता जी बाफना
शैली जी बाफना श्रद्धा जी आंचलिया आयुषी जी पोखरना त्रिशला जी धम्मानी श्रीमती आशा देवी श्रीश्रीमाल विशाल धर्म सभा में दीक्षा अंगीकार किया दीक्षा के पश्चात उनका नया नामकरण आचार्य प्रवर श्री रामलाल जी महाराज के द्वारा किया गया जिनमें
सौरभ संचेती – राम सौरभ मुनि
सौरभ भुरा – राम सूर्य मुनि
श्रीमती आशा श्री श्रीमाल- रामशा श्री जी
प्रणिता बाफना – राम प्रणिता श्रीजी
शैली बाफना – राम शैली श्रीजी
त्रिशला धम्माणी – रमात्रया श्री जी
आयुषी जी पोखरना -श्री रामायुषी श्री जी
अब इन नए नाम से पहचाने जाएंगे यह संयम पथ के राही धर्म ध्यान त्याग तपस्या और संयमी जीवन शेली के साथ समता भाव में रहते हुए मोक्ष मार्ग प्राप्ति का नया मार्ग चुने हैं
इस जैन भागवती दीक्षा अलंकरण समारोह में छत्तीसगढ़ से सौरभ संचेती प्रणिता बाफना शैली बाफना एवं श्रीमती आशा देवी श्रीश्रीमाल साधुमार्गी जैन संघ का नाम रोशन कर रहे हैं।
इस भगवती जैन दीक्षा को देखने छत्तीसगढ़ के विभिन्न अंचलों से हजारों की संख्या में जैन धर्म के अनुयाई बेगू पहुंचे है।