बेमेतरा(अमर छत्तीसगढ़) 08 जून 2024:- मौसम बदलने के कारण बेमेतरा जिले में 05 जून 2024 को आंधी-तूफान के कारण विद्युत वितरण तंत्र को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा। तूफान की भयावहता के कारण बेमेतरा जिला मुख्यालय के सिविल लाइन एवं आसपास के क्षेत्रों में दर्जनों पेड़ विद्युत लाइनों के उपर गिर गए थे एवं सैकड़ों डंगाले विद्युत लाइन के तारों में फंस गई थी, जिसके कारण बिजली के खंभे सहित वितरण तंत्र में ब्रेक-डाउन का गहरा असर हुआ था। इस व्यवधान को दूर करने के लिए विद्युत कर्मियों ने दिन-रात एक कर दिया और यथासंभव जल्दी से जल्दी विद्युत आपूर्ति सामान्य कर दी। जिसके कारण रात का अंधेरा गहराने के पहले ही बिजली की रोशनी लौट आई।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत कंपनियों को सुशासन के लिए प्रेरित करते हुए स्पष्ट निर्देश दिए है कि जनहित से जुड़े विषयों और सेवाओं पर पूरी तत्परता से ध्यान देना है। इसके अनुपालन में विद्युत कंपनियों के अध्यक्ष श्री पी. दयानंद तथा एम.डी. पारेषण एवं वितरण श्री राजेश कुमार शुक्ला ने मैदानी अमले को विशेष हिदायतें दी है। 05 जून 2024 की प्रथम पहर में बेमेतरा में जब आंधी-तूफान से क्षेत्र के सभी फीडर ट्रिप हो गए तो विद्युत कर्मियों ने तत्काल मोर्चा संभाला। तेज आंधी-तूफान के कारण ट्रांसफार्मर, डी.पी., 11 के.व्ही. लाइनों एवं एलटी लाइनों के 30 से अधिक खंभे पूरी तरह से टूट गए एवं अनेक स्थानों में बिजली लाइन के तार भी बुरी तरह से टूट गए। विद्युत वितरण तंत्रों में हुई टूटफूट के कारण बेमेतरा षहर की विद्युत आपूर्ति बाधित रही। जनसामान्य की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रभावित क्षेत्रों में मुस्तैद विद्युत कर्मियों द्वारा जंपर काटकर आइसोलेट किया गया एवं यथासंभव सुरक्षित क्षेत्रों की विद्युत आपूर्ति चंद घंटों में ही बहाल कर दी गई। प्रभावित क्षेत्रों में भारी पेड़ों की डंगाले काटकर विद्युत तारों को निकाला गया एवं आवष्यकतानुसार नये खंभे गड़ाकर 11 के.व्ही. लाइनों को जल्द ही दुरुस्त किया गया।
दुर्ग क्षेत्र के मुख्य अभियंता एम.जामुलकर ने बताया कि कर्मचारियों की सहायता से अतिरिक्त गैंग बनाकर तथा फ्यूज ऑफ कॉल ठेकेदार से अतिरिक्त गैंग लेकर सीमित समयसीमा में दुरुस्तीकरण की कार्यवाही की गयी। जोन के सहायक यंत्री, कनिष्ठ यंत्री अपने साथ एक-एक तकनीकी कर्मचारी को लेकर अलग-अलग लाइनों में विद्युत व्यवधान को दूर किया गया। ज्यादातर उपभोक्ताओं को 2 घंटे में राहत मिल गई थी, वहीं बड़े फॉल्ट को भी रात्रि 8 बजे तक ठीक कर दिया गया। तूफान की भारी तबाही से प्रभावित विद्युत आपूर्ति बहाल करने में लगे विद्युत कर्मियों को बेमेतरा वासियों द्वारा बेहद संयमित रहकर सहयोग किया गया, जिसके कारण इस आंधी-तूफान में हुए भारी तबाही के कार्य को बेहद व्यवस्थित एवं सुरक्षित तरीके से पूर्ण किया जा सका।
आपदा प्रबंधन में विद्युत कर्मियों को सहयोग करने की अपील छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत पारेषण तथा वितरण कंपनी के एम.डी. राजेश कुमार शुक्ला ने बताया कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय एवं प्रदेश के ऊर्जा सचिव तथा छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत कंपनियों के अध्यक्ष पी. दयानंद द्वारा राज्य मुख्यालय स्तर पर लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है।
विद्युत कंपनी प्रशासन ने जनता से यह अपील की है कि किसी भी स्थान पर ऐसी परिस्थितियों में धैर्य रखें क्योंकि सुधार तथा आपूर्ति बहाली का कार्य मानवीय श्रम से ही संभव होता है। विद्युत कंपनी प्रशासन ने आम जनता से निवेदन किया है कि आपदा से निपटने तथा विद्युत आपूर्ति सामान्य करने में विद्युत कर्मियों को सहयोग प्रदान करें। विद्युत संचालन-संधारण की कार्यदशाओं और विपरीत मौसम में होने वाले जोखिम को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए ताकि चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में कार्य करने के लिए उनका मनोबल बना रहे। विद्युत का पारेषण तथा वितरण तंत्र खुले में रहता है, जिसके कारण इस पर प्राकृतिक आपदा का, तेज आँधी-तूफान, बिजली चमकने-गिरने, बहुत तेज बारिश होने का असर होता है। बिजली के करंट से जनहानि बचाने के लिए ऑटोमेटिक ट्रिपिंग की व्यवस्था भी होती है इसलिए ऐसे समय में विद्युत उपभोक्ताओं का धैर्य ही सुधार कार्य करने वालों का संबल होता है।