कबीरधाम फिर बना सिरमौर
सर्वाधिक मानव दिवस रोजगार, प्रतिदिन मजदूरों को रोजगार, मजदूरी भुगतान, दिव्यांगों को रोजगार, परिवारों को 100 दिवस का रोजगार जैसे अनेक पैमानों पर कबीरधाम जिला प्रदेश में अव्वल
जिले के ग्राम पंचायतो में चल रहे है 1290 कार्य जिसमे ग्रामीणों को मिल रहा रोजगार
कवर्धा(अमर छत्तीसगढ), 11 जून 2024। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत प्रदेश में कबीरधाम ज़िले में सर्वाधिक मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। चालू वित्तीय वर्ष में अब तक 40 लाख मानव दिवस लक्ष्य के विरुद्ध 43 लाख 62 हजार मानव दिवस रोजगार का सृजन किया गया है जो लक्ष्य का 109 प्रतिशत है। कबीरधाम ज़िले ने बहुत से बड़े जिलों को रोजगार देने के मामले में पीछे छोड़ दिया है। जिसमे दूसरे नंबर पर जिला बलौदाबाजार 32.21 लाख जिला बिलासपुर 30.70 लाख एवं जिला महासमुंद 28.57 लाख के साथ चौथा नंबर पर है। सर्वाधिक रोजगार देने का यह सिलसिला विगत कई वर्षो से निरंतर चल रहा है। उल्लेखनीय है कि सर्वाधिक मजदूरों को प्रतिदिन काम देने के साथ-साथ सर्वाधिक मानव दिवस का रोजगार एवं सर्वाधिक मजदूरी भुगतान भी किया जा रहा है।
कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने बताया कि ग्रामीणों को रोजगार देने के लिए पूर्व से ही प्रत्येक ग्राम पंचायत में विभिन्न निर्माण कार्यों की स्वीकृति कर दी गई थी। मार्च माह से लेकर जून के महीने तक ग्रामीणों को रोजगार की सर्वाधिक आवश्यकता पड़ती है। इन्हीं आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए प्रारंभिक तैयारियां की गई थी जिसके नतीजे सकारात्मक हैं।अभी जिले के 398 ग्राम पंचायतो में 1290 कार्य चल रहे हैं जिसमें ग्रामीणों को पर्याप्त रोजगार उनके गांव में ही मिल रहा है। गत वित्तीय वर्ष में भी प्रदेश स्तर पर कबीरधाम जिले का प्रदर्शन अग्रणी रहा है तथा योजना का पूरा लाभ ग्रामीणों को मिला है।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री संदीप कुमार अग्रवाल ने बताया कि महात्मा गांधी नरेगा अंतर्गत चालू वित्तीय वर्ष में अब तक कुल 123597 पंजीकृत परिवारों को रोजगार प्रदान किया गया है तथा 70 करोड 37 लाख 28 हजार रुपए का मजदूरी भुगतान ग्रामीणों को उनके बैंक खाते में सीधे प्राप्त हुआ है। इसके साथ ही 22 लाख 11 हजार मानव दिवस का रोजगार जिले की महिलाओं को मिला है जो की प्रदेश में प्रथम स्थान पर है और कुल प्रदाय रोजगार में महिलाओं की भागीदारी 50.68 प्रतिशत है।
ज्ञात हो की महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत जिले के ग्राम पंचायतो में ग्रामीणों को रोजगार देने का सबसे बड़ा साधन है। योजना से ग्रामीणों को उनके गांव में ही रोजगार प्रदान किया जाता है और इसके साथ ही विभिन्न परिसंपत्तियों का निर्माण हो रहा है। जल संवर्धन के कार्यों में नया तालाब निर्माण कार्य तालाब गहरीकरण डबरी निर्माण कार्य पैठू निर्माण कार्य अमृत सरोवर निर्माण कार्य कच्ची नाली निर्माण जैसे कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर कराया जा रहा है। अवगमन की सुविधाओं का विस्तार करते हुए कच्ची सड़क निर्माण मिटटी सडक निर्माण घाट कटिंग जैसे कार्य हो रहे हैं। इसके साथ ही हितग्राही मूलक कार्यो में ग्रामीणों को स्वम का प्रधानमंत्री आवास योजना से अपना घर बनाने के लिए 95 दिनों का रोजगार और उसका मजदूरी मिल रहा है। साथ ही सामुदायिक मूलक कार्यों से रोजगार के अलाव अवसर ग्रामीणों को मिल रहे हैं। लगातार कई वर्षों से कबीरधाम जिला योजना के सुचारू संचालन में अग्रणी बना हुआ है जिसका फायदा जिले के ग्रामीणों को प्रत्यक्ष रूप से हो रहा है।
जानिए वहा पैरामीटर जिसमें कबीरधाम जिला राज्य में बना हुआ है प्रथम…
1) 43.62 लाख मानव दिवस रोजगार के साथ प्रदेश में सर्वाधिक।
2) औसतन 89180 पंजीकृत श्रमिकों को प्रतिदिन मिल रहा रोजगार जो प्रदेश में सर्वाधिक है।
3) 22.11 लाख मानव दिवस का रोजगार महिलाओं को जो प्रदेश में सर्वाधिक है।
4) 2531 दिव्यांगजनों को रोजगार जो प्रदेश में सर्वाधिक है।
5) 123597 पंजीकृत परिवारों को रोजगार जो प्रदेश में सर्वाधिक है।
6) 70 करोड़ 37 लाख रुपए से अधिक का मजदूरी भुगतान जो प्रदेश में सर्वाधिक है।
7) 1276 परिवारों को 100 दिवस का रोजगार जो प्रदेश में दूसरे स्थान पर है।