बिलासपुर (अमर छत्तीसगढ़) 14 जून।
बिलासपुर रेंज साइबर थाना में दर्ज ऑनलाइन सेक्सटॉर्शन के मामले में अंतर्राज्यीय आरोपियों को गिरफ्तार करने में मिली सफलता।
डॉ. संजीव शुक्ला (भा.पु.से.) पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज बिलासपुर के निर्देशन एवं रजनेश सिंह (भा.पु.से.) पुलिस अधीक्षक बिलासपुर के मार्गदर्शन में साइबर अपराध पर ‘‘प्रहार’’।
रेंज सायबर थाना व ए.सी.सी.यू. बिलासपुर की संयुक्त टीम द्वारा सायबर ठगी करने वाले 03 अंतर्राज्यीय शातिर अपराधियों को गिरफ्तार करने में मिली महत्वपूर्ण सफलता।
व्हाट्सएप एप के माध्यम से रिटायर्ड तहसीलदार को डरा-धमका कर किए थे 11 लाख रुपए की ठगी। घटना थाना कोनी क्षेत्र से संबधित है।
फर्जी सिम कार्ड व फर्जी बैंक अकाउंट का आरोपी धोखाधडी करने में करते थे उपयोग।
आरोपियों के द्वारा सेक्सटार्शन, आर्मी का ऑफिसर बनकर एवं जीजा/रिश्तेदार बनकर लोगों को कॉल कर करते थे ऑनलाईन ठगी।
अपराध क्रमांक 02/2024 धारा 420, 383, 34, 201 भा.द.वि. एवं 66(डी) आई.टी एक्ट
गिरफ्तार आरोपी :-
(01) तारिफ पिता दीन मोहम्मद उर्फ दीनू उम्र 25 वर्ष निवासी हजारीबास,
थाना कामां जिला डीग (राजस्थान)
(02) मो. शमीम पिता अब्दुल रशीद उम्र 21 वर्ष निवासी हजारीबास, थाना
कामां जिला डीग (राजस्थान)
(03) अमजद खान पिता शरीफ खान उम्र 32 वर्ष निवासी दोलाबास, थाना
कामां जिला डीग (राजस्थान)
विवरणः-
प्रार्थी शंकर पाटले निवासी थाना-कोनी जिला बिलासपुर को दिनांक 08.04.2024 से 24.04.2024 तक अश्लील वीडियो वायरल करने के नाम पर व डरा धमका कर झूठे केश में फंसाने की धमकी देकर सायबर ठग के द्वारा अलग-अलग तिथियों में कुल 10,94,500/- रुपये की ठगी कर धोखाधड़ी किया गया है। लिखित आवेदन पत्र पेश करने पर उपरोक्त अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। प्रार्थी के साथ धोखाधडी करने वाले व्यक्तियों की जानकारी सायबर पोर्टल संदिग्ध बैंक खातों को चिन्हांकित कर एकाउंट स्टेटमेंट, ऑनलाईन ट्रांजेक्शन व टेक इंट के माध्यम से प्राप्त किया गया।
आरोपी राजस्थान के थाना कामां अंतर्गत ग्राम हजारीबास व दोलाबास के निवासी होने की जानकारी प्राप्त हुई। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर विशेष टीम निरीक्षक राजेश मिश्रा के साथ राजस्थान रवाना की गई टीम द्वारा 01 सप्ताह तक राजस्थान में रहकर आरोपियों का पता ठिकाना ज्ञात कर विवेचना प्रारम्भ की गई जो आरोपीगण (01) तारिफ (02) मो. शमीम (03) अमजद खान निवासी दोलाबास, थाना कामां जिला डीग (राजस्थान) तीनों का ऑनलाईन ठगी का काम करने में संलिप्त होने की जानकारी प्राप्त हुई। स्थानीय पुलिस के सहयोग से तीनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पुछताछ किया गया जो बिलासपुर रेंज थाने में पंजीब़द्ध अपराध क्रमांक 02/2024 के प्रार्थी को अपने झांसे में लेकर ऑनलाईन ठगी करने का जुर्म करना स्वीकार किये।
आरोपियों से ठगी में उपयोग आने वाले फर्जी सिम कार्ड व फर्जी बैंक खाते जप्त किये गये। गिरफ्तार आरोपियां से घटना में प्रयुक्त 04 नग एण्ड्रायड फोन मय सिम कार्ड जप्त किया गया है गिरफ्तार आरोपियों को न्यायिक रिमाण्ड पर आज माननीय न्यायालय पेश किया जावेगा।
सम्पुर्ण कार्यवाही में अनुज कुमार अति. पुलिस अधीक्षक निमितेश सिंह नपुअ. चकरभाठा के मार्गदर्शन में निरीक्षक राजेश मिश्रा प्रभारी रेंज सायबर थाना बिलासपुर उप निरीक्षक अजय वारे, स.उ.नि. सुरेश पाठक, आरक्षक श्रीश तिवारी, दीपक कौशिक, मुकेश वर्मा का विशेष योगदान रहा।
#-ः बिलासपुर पुलिस की अपील :-
साइबर ठग आये दिन नये नये तरीको के माध्यम से आम जनता से धोखाधड़ी करने का प्रयास करते है –
कोई भी व्यक्ति अनजान नम्बर से अपने आप को पुलिस का अधिकारी, सी.बी.आई. अथवा ई.डी. का अधिकारी बताकर ठगी करने का प्रयास करते है ऐसे कॉल से सावधान रहे। बिलासपुर पुलिस द्वारा इस प्रकार के ठगी को रोकने के लिये थानो में आम जनता द्वारा दर्ज कराये गये रिपोर्ट में मोबाईल नम्बर एवं व्यक्तिगत जानकारी हाईड किया जा रहा है।
किसी भी लुभावने या सस्ती कीमतों पर मिलने वालों सामानों को खरीदते समय
नगद (कैश, ऑन डिलीवरी) में लेन-देन करें।
अनजान व्यक्ति जिसका नम्बर आपके मोबाईल पर सेव नही है उसके साथ कभी भी
कोई निजी जानकारी, बैंकिग जानकारी, ओटीपी, आधार कार्ड, पैन कार्ड फोटो आदि
शेयर न करे।
अनजान वेबसाईट एवं अनाधिकृत एप डॉउनलोड या सर्च करने से बचे।
कम परिश्रम से अधिक लाभ कमाने अथवा रकम दुगना करने का झांसा देने वाले
व्यक्तियों से सावधान रहे खुद को स्वयं होकर ठगो के पास न पहॅुचाये।
स्वयं की पहचान छुपाकर सोशल मिडीया फेसबुक, इन्स्टाग्राम, व्हाट्सएप इत्यादि के
माध्यम से ईंटिमेट (अश्लील लाईव चैंट) करने से बचे।
परीक्षा में अधिक अंको से पास करा देने की झांसा देने वाले व्यक्तियो खासकर $92
नम्बरो से होने वाले साइबर फ्रॉड की घटना घटित होने पर निम्न प्रकार से त्वरित
रिपोर्ट दर्ज करा सकते है : –
तत्काल नजदीकी थाना में अपनी शिकायत दर्ज करें।
हेल्पलाईन नम्बर 1930 पर सम्पर्क कर सहायता प्राप्त कर सकते है।
http://cybercrime.gov.in पर जाकर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते है।