राजनांदगांव(अमर छत्तीसगढ) 14 जून।
दिनांक 10.06.2024 से 14.06.2024 तक पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय राजनांदगांव में फिंगरप्रिंट NAFIS SYSTEM कार्यशाला में 125 प्रशिक्षणार्थी एवं 09 नेफिस युजर हुए प्रशिक्षित
कार्यशाला का शुभारंभ और समापन दोनों पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव मोहित गर्ग के करकमलों द्वारा किया गया।
कार्यशाला में सीन ऑफ क्राईम इनवेस्टिगेशन, फिंगरप्रिंट, चांस प्रिंट लिफ्टिंग, बेसिक नेफिस ट्रेनिंग दिया गया।
पुलिस मुख्यालय नवा रायपुर से आये फिंगर प्रिन्ट एक्ससपर्ट अधिकारियों द्वारा दिया गया प्रशिक्षण।
राजनांदगांव रेंज के जिला राजनांदगांव से 21, एम.एम.ए.सी. से 19, के.सी.जी. से 17, बेमेतरा से 28 और जिला कबीरधाम से 40 जवानों को दिया गया प्रशिक्षण।
फिंगरप्रिंट का महत्व और उपयोगिता के संबंध में विस्तार से बताया गया।
फिंगरप्रिंट सर्चस्लिप, रिकार्ड स्लिप तैयार करना नेफिस सिस्टम में अपलोड करना और अपराधियों की पहचान करने में तथा साक्ष्य के रूप में कैसे उपयोग करना सिखाया गया।
गिरफ्तार संदेहियों एवं निगरानी बदमाशो के दोनो हाथों की आदर्श अंगुलि चिन्ह पर्णी का फिंगरप्रिंट लिया जाना बताया गया।
आनलाईन फिंगरप्रिंट मिलान कर त्वरित आरोपी के बारे में मिलेगी जानकारी।
पूर्व में भी जिला राजनांदगांव में समस्त थाना/चौकी से आये लगभग 257 अधिकारी/कर्मचारी को फिंगरप्रिंट ऑनलाईन डाटाबेस तैयार करने का दिया गया था प्रशिक्षण।
अपराधों की रोकथाम, अपराधियों पर नकेल कसने व आरोपियों की शीघ्र पहचान कर उन्हें सजा दिलाने के लिये पुलिस अधीक्षक श्री मोहित गर्ग के निर्देशन पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ऑप्स श्री मुकेश ठाकुर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री राहुल देव शर्मा के मार्गदर्शन में दिनांक 10.06.2024 से 14.06.2024 तक पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय राजनांदगांव में फिंगरप्रिंट NAFIS SYSTEM कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसका शुभारंभ और समापन दोनों पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव श्री मोहित गर्ग के करकमलों द्वारा किया गया। उक्त कार्यशाला में 125 प्रशिक्षणार्थी एवं 09 नेफिस युजर को प्रशिक्षण दिया गया जिसमें पुलिस मुख्यालय नवा रायपुर एवं फिंगरप्रिन्ट ब्यूरो से आये फिंगरप्रिन्ट एक्ससपर्ट अधिकारी श्री धरमेन्द्र भारती, श्री कमलेश्वर सिंह, राकेश नरवरे एवं रेंज फिंगरप्रिन्ट एक्सपर्ट रायपुर, राजनांदगांव एवं दुर्ग द्वारा दिया गया। 05 दिवसीय कार्यशाला में फिंगरप्रिंट का महत्व और उपयोगिता के संबंध में विस्तार से बताया गया और सीन ऑफ क्राईम इनवेस्टिगेशन, फिंगरप्रिंट, चांस प्रिंट लिफ्टिंग, बेसिक नेफिस ट्रेनिंग दिया गया। गिरफ्तार संदेहियों एवं निगरानी बदमाशो के दोनो हाथों की आदर्श अंगुलि चिन्ह पर्णी का फिंगरप्रिंट लेने तथा फिंगरप्रिंट सर्चस्लिप, रिकार्ड स्लिप तैयार करना नेफिस सिस्टम में अपलोड करना और अपराधियों की पहचान करने में तथा साक्ष्य के रूप में कैसे उपयोग करना सिखाया गया। इस योजना से विवेचना के दौरान गिरफ्तार आरोपियों एवं संदेहियों की पहचान आसानी से की जा सकती है। NAFIS, (National Automatic Fingerprint Identification system) का महत्व एवं उपयोग के संबंध में विस्तार से तकनिकी पहलुओं के बारे में बताया गया। यह अपराध विवेचना एवं आरोपियों की पहचान व गिरफ्तारी में अत्यंत लाभदायक है। साथ ही साक्ष्य के रूप में अपराधियों को सजा दिलाने में भी इसकी अहम भूमिका होगी। प्रशिक्षण उपरांत प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र का वितरण पुलिस अधीक्षक महोदय श्री मोहित गर्ग द्वारा किया गया ।