रेंज स्तर पर पुलिसकर्मी को घटना स्थल का भौतिक साक्ष्य व फिंगरप्रिंट संग्रहण का प्रशिक्षण दिया गया

रेंज स्तर पर पुलिसकर्मी को घटना स्थल का भौतिक साक्ष्य व फिंगरप्रिंट संग्रहण का प्रशिक्षण दिया गया

बिलासपुर (अमर छत्तीसगढ) 22 जून। रेंज स्तर पर पुलिसकर्मी को घटना स्थल का भौतिक साक्ष्य व फिंगरप्रिंट संग्रहण का प्रशिक्षण दिया गया।
बिलासपुर रेंज पुलिस महानिरीक्षक द्वारा रेंज के 187 पुलिस कर्मी फिंगरप्रिंट संग्रहण और NAFIS से प्रशिक्षित कराये।
घटना स्थल से प्राप्त भौतिक साक्ष्य पेश किए जाएँगे न्यायालय में
NAFIS में आरोपी और संदेही का डेटाबेस तैयार कर संरक्षित किया जाएगा।
1/7/2024 से प्रभावी नया क़ानून होने में भौतिक साक्ष्य का महत्वपूर्ण भूमिका

पुलिस मुख्यालय के आदेशानुसार बिलासपुर रेंज द्वारा पुलिस लाइन बिलासपुर में दिनाँक 18/6/2024 से 22/6/2024 तक 5 दिवसीय रेंज स्तरीय कार्यशाला(scence of crime investigation, fingerprint lifting, basic fingerprint science & NAFIS training ) का आयोजन किया गया।

बिलासपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक डॉ.संजीव शुक्ला आईपीएस के निर्देशन, पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह आईपीएस के नेतृत्व में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अर्चना झा व डीएसपी लाइन मंजुलता केरकेट्टा को नोडल अधिकारी द्वारा रेंज के 187 कर्मचारी की उपस्थिति में दिनाँक 18/6/2024 को पुलिस महानिरीक्षक डॉ. संजीव शुक्ला आईपीएस के द्वारा प्रारम्भ किया गया अपने उद्बोधन में बताया गया नया क़ानून जो 1/7/2024 को पूरे देश में लागू होगा, उस क़ानून में प्रावधान के तहत 7 वर्ष या 7 वर्ष से अधिक सजा वाले मामलो में न्याय दल (विवेचक, फोटो वीडियो, फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट आदी) गठन कर विशेष टीम द्वारा विवेचना कर घटना स्थल का भौतिक साक्ष्य संग्रहण कर न्यायालय में प्रस्तुत किया जाये ताकि भौतिक साक्ष्य के आधार पर आरोप सिद्ध किया जा सके और दोषसिद्ध आरोपी और संदेही( पूर्व में किसी मामले में आरोपी है या नहीं) का NAFIS में फिंगरप्रिंट फोटो वीडियो आदि का डेटाबेस तैयार कर अपलोड कर संरक्षित किया जाएगा, जो घटना के विवेचना में महत्वपूर्ण साक्ष्य के रूप में रहेगी। प्रत्येक अपराध का उद्देश्य होता है, न्यायालय में उद्देश्य सिद्ध करने हेतु भौतिक साक्ष्य महत्वपूर्ण होती है जिसे प्राथमिकता और सावधानी पूर्वक संग्रहण हेतु प्रशिक्षण दिया गया।रेंज व ज़िला में फिंगरप्रिंट, फोटो वीडियो ग्राफ़र की कमी के कारण थाना स्तर पर कर्मचारी को इस हेतु तैयार कर विवेचना करने हेतु समस्त थाना से 2-2 स्टाफ को प्रशिक्षण दिया गया।

पुलिस मुख्यालय से उक्त प्रशिक्षण हेतु फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट श्री अजय साहू (निरीक्षक), श्रीमती अंजली मिंज(निरीक्षक), विनीता शर्मा(एएसआई) को प्रशिक्षक नियुक्त किया गया था, रेंज फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट श्रीमती विद्या जौहर(निरीक्षक) और पीएचक्यू से NAFIS टीम के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया और नमूना घटना स्थल तैयार कर अभ्यास कराया गया की घटना स्थल को सुरक्षित कर साक्ष्य संग्रहण किए जाने का तरीक़ा बताया गया और विवेचना में सभी तथ्यों को शामिल कर न्यायलय तक प्रस्तुत करने और NAFIS में अपलोड करने का तरीक़ा सिखाया गया।

कार्यशाला में बिलासपुर रेंज के सभी ज़िला बिलासपुर 35, रायगढ़ 28, कोरबा 33, जाँजगीर 25, मूँगेली 17, सक्ति 18, सारंगढ़ बिलाईगढ़ 24, गौरेला पेंड्रा मारवाही 7 कर्मचारी कुल 187 कर्मचारी को 5 दिवसीय कार्यशाला के अंतिम दिवस आज दिनाँक 22/6/2024 को प्रभारी पुलिस अधीक्षक राजेश अग्रवाल सर के द्वारा प्रशिक्षण पाश्चात प्रमाण पत्र देकर सभी को अच्छी विवेचना कर न्यायालय में आरोप सिद्ध किया जा सके सभी को शुभकामना देकर प्रशिक्षण समाप्त किए।

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