ठाकुर जुगल किशोर राधा-कृष्ण जमात मंदिर बाजार चौक पांडादाह से भव्य निशान यात्रा में हजारों की संख्या में भक्तजन,भजन कीर्तन जयकारा लगाते हुए होंगे शामिल
छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध भगवान श्री जगन्नाथ जी प्राचीन मंदिर पांडादाह में रथयात्रा पर्व को लेकर मंदिर सेवा समिति की बैठक में विभिन्न बातों पर हुई चर्चा
(जानकारी- संजू महाजन)
छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध भगवान श्री जगन्नाथ जी प्राचीन मंदिर में मंदिर सेवा समिति के बैठक में निर्णय लेकर जानकारी दिया गया रथयात्रा पर्व तीन दिवसीय भव्य रूप में धूमधाम से मनाये जाएंगे,
जगन्नाथ पुरी उड़ीसा और पांडादाह में विराजमान
जगत के पालनहार जगन्नाथ ठाकुर जी के दर्शन मात्र से भक्तों के सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाते हैं
शनिवार 6 जुलाई दोपहर 12:00 नेत्र दर्शन
रथयात्रा पर्व के शुभारंभ 6 जुलाई शनिवार दोपहर 12:00 बजे से श्री हरि के अनंत नामो के साथ अखंड राम नाम लगातार 24 घंटे संकीर्तन होंगे,
7 जुलाई रविवार को रथयात्रा मेला लगेंगे
7 जुलाई रविवार दोपहर 11:00 बजे हवन के पश्चात प्रभु के भक्त ठाकुर जुगल किशोर राधा-कृष्ण जमात मंदिर बाजार चौक पांडादाह में पहुंचकर भव्य निशान यात्रा में हजारों की संख्या में भक्तजन बाजागजा के साथ झूमते नाचते गाते भजन कीर्तन करते हुए जगन्नाथ जी मंदिर परिसर में पहुंचेंगे।
भगवान श्री जगन्नाथ जी, बड़े भैया बलदाऊ जी, बहन देवी सुभद्रा माता जी मंदिर में विराजे सभी देवी देवता पंडित पुरोहित एवं भक्तों के कंधों पर सवार होकर पांच परिक्रमा करेंगे प्रभु जगत के पालनहार जगन्नाथ ठाकुर जी के दर्शन के लिए लाखों भक्त पहुंचेंगे सभी की मनोकामनाएं पूर्ण हो जाते हैं दर्शन मात्र से, मंदिर गर्भगृह में विराजमान के पश्चात पंडित पुरोहितों के द्वारा आरती होंगे, भक्तों को प्रभु के दर्शन करने का लाभ मिलेंगे गजमूंग प्रसाद वितरण किया जाएगा!
मंदिर सेवा समिति के बैठक में विभिन्न प्रकार की चर्चा हुई उपस्थित जगन्नाथ मंदिर सेवा समिति के पदाधिकारियों व सदस्यों ने 4 नये प्रस्तावों पर अपनी सहमति दिये, जिसके अनुसार :-
6 जुलाई शनिवार को राम नाम संकीर्तन के साथ रथयात्रा पर्व के शुभारंभ होंगे!
रथयात्रा 7 जुलाई रविवार को होंगे भगवान श्री जगन्नाथ जी, बड़े भैया बलदाऊ जी, बहन देवी सुभद्रा माता जी की प्रतिमाओं को कंधे पर केवल पंडित पुरोहित परिवार और श्री जगन्नाथ मंदिर सेवा समिति के सदस्य ही मंदिर के भीतर प्रवेश करेंगे तथा महिलाओं का प्रवेश वर्जित किया गया है। जगत के पालनहार जगन्नाथ ठाकुर जी गर्भगृह में विराजमान के पश्चात महिलाओं व अन्य सभी दर्शनार्थियों को मंदिर के भीतर जाने व भगवान का दर्शन करने की अनुमति रहेगी!
रथयात्रा मेले के दौरान दुकान लगाने वाले व्यापारी दुकानदारों को सड़क(रोड) से 5 फीट की दूरी पर दुकान लगाये जाने के लिए व्यापारियों को निवेदन करके जानकारी सूचना ग्राम में मुनादी व अन्य माध्यमों से दी जाएगी, दर्शन के लिए आने-जाने वाले दर्शनार्थियों को असुविधा ना हो !
जानकारी बताते हुए बड़े हर्ष हो रहा है पांडादाह राजाओं के समय में राजनांदगांव रियासत की प्राचीन राजधानी थी जहां सैकड़ों वर्ष पूर्व से जगन्नाथ मंदिर में रथयात्रा पर्व मनाये जाने की परंपरा है जिसे वृहद रूप देते हुए अब तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।
रथयात्रा की तैयारियों को लेकर हुई बैठक में मंदिर सेवा समिति के अध्यक्ष पं मिहिर झा,संरक्षक रामेश्वर रामटेके,सचिव राजू यादव,कोषाध्यक्ष सतेन्द्र साहू, उपाध्यक्ष संतोष कर्ष,बंशी वर्मा, कमलेश यदु,रिंकू महोबिया,सुयश खरे,पुष्पराज सिंह मोना,संजू महाजन,रघुनाथ वर्मा, सन्नी यदु, रुपेन्द्र यदु,संतोष डड़सेना,नरेंद्र साहू, संतोष वैष्णव,संतोष वैष्णव पुजारी,नितेश देवांगन,गोवर्धन सेन बरातू वर्मा सहित श्री जगन्नाथ मंदिर सेवा समिति के सदस्यगण उपस्थित थे !