दान पेटी में 500 रुपए डालकर भगवान से करोड़पति बनने की कामना करना रिश्वत के समान: मुनिश्री विरागमुनि जी

दान पेटी में 500 रुपए डालकर भगवान से करोड़पति बनने की कामना करना रिश्वत के समान: मुनिश्री विरागमुनि जी

रायपुर(अमर छत्तीसगढ) 9 जुलाई। जो हमें भौतिक प्रतिकूलता देता है वही हमें अच्छा लगता है। जैसे कि आसपास के लोग हमें शत्रु लगते हैं पर वास्तविक शत्रु तो हमारे अंदर के राग और द्वेष हैं, हमें इन्हें पहचानने की आवश्यकता है। पहचाना ही नहीं हमें इन्हें खत्म भी करना है, उनका त्याग करना है।

उन्होंने कहा कि लोग आज बड़ी मात्रा में दान देते हैं। मंदिरों में दान देते हैं भूखे को खाना खिलाने के लिए दान देते हैं पर यह दान वे रिश्वत के रूप में देते हैं ताकि कुछ हजार रुपए दान करके वेल लखपति बन जाए। इसी कामना के साथ आज भगवान के नाम पर लोग खूब पैसे देते हैं। दान का मतलब अब तक लोगों ने समझा ही नहीं है।

दान का मतलब होता है धन त्याग करना या किसी धार्मिक एवं सामाजिक कार्य के लिए धन देना। धन देखते ही ऐसा लगे कि यहां दुख का कारण है और उस धन को लोगों की भलाई के काम में लगा दे, वह असली दान है। जबकि वर्तमान समय में जबकि ऐसा नहीं है, लोग दान पेटी में 500 रुपए डाल कर भगवान से लखपति बनने की कामना करते हैं। यह भगवान को रिश्वत देने के समान है।

हर सोच से बंधता है कर्म, इसे छुड़ाने धर्म करें

मुनिश्री ने आगे कहा कि अगर आपको कोई एक लाख रुपए दान देने की बात कहें या उसके बदले में एक दिन उपवास करने की बात हो तो आप एक दिन का उपवास कर लोगे लेकिन लाख रुपए नहीं दोगे। परंतु दान धर्म और शील धर्म दोनों अलग हैं। आपको धर्म से ही पुण्य मिलेगा। कोई शक्तिशाली व्यक्ति आपके पैसे खा गया तो आप उसे सामने तो कुछ नहीं कह पा रहे हो लेकिन अंदर ही अंदर यह सोच रहे हो कि मौका आने पर बदला लिया जाएगा तो आप हर सोच में कर्म बांध रहे हो। आपको इसे सहन करना होगा और कर्म छुड़ाने के लिए धर्म करना होगा।

प पु गणाधीश , पन्यास प्रवर , गणिवर्य श्री विनयकुशल मुनि जी के सुशिष्य ओजस्वी वक्ता , दिव्य तपस्वी , तप चक्रवर्ती प पु श्री विराग मुनि जी म सा आदि ठाणा 9 व 10 जुलाई 2024 को *श्री सीमंधर स्वामी जैन मंदिर व चमत्कारी श्री जिनकुशल सूरि जैन दादाबाड़ी, भैरव सोसायटी, रायपुर में विराजमान हैं।

9 जुलाई रात्रि 8 से 9 बजे तक प्रश्नोत्तरी

प्रवचन 10 जुलाई प्रातः 8 .45 से 10.00 बजे तक
प्रवचन स्थल – श्री महाविदेह आराधना केन्द्र , श्री सीमंधर स्वामी जैन मंदिर के बाजू में

आप सादर आमंत्रित हैं ।

श्री सीमंधर स्वामी जैन मंदिर व दादाबाड़ी ट्रस्ट की ओर से अध्यक्ष संतोष बैद महासचिव महेन्द्र कोचर व ट्रस्टी डॉ योगेश बंगानी सहित भैरव सोसायटी श्री संघ ने तप चक्रवर्ती प पु श्री विराग मुनि जी के 116 उपवास की सुखशाता पूछते हुए पारणा करने की विनम्र विनंती की गई ।

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