बिलासपुर(अमर छत्तीसगढ) नगर के इतिहास में पहली बार शीत कालीन वाचना का शुभ प्रसंग जैन धर्मावलंबियों के लिये बहुत ही निकट है, जब हमें धर्म प्रभावना के शंखनाद को आत्मसात करने का शुभ अवसर कल बुधवार से प्राप्त होने वाला है । प.पू.मुनि 108 श्री सुयश सागरजी महाराज एवं प.पू. मुनि 108 श्री सद्भाव सागरजी महाराज का बिलासपुर नगरागमन दिनांक 8 दिसंबर दिन बुधवार को हो रहा है । गुरुदेव शिखर जी से पैदल विहार कर इस वर्ष जशपुर में चातुर्मास संपन्न कराया । इसके पश्चात विहार कर रायगढ़, नैला, जांजगीर, चांपा, अकलतरा होते हुए बिलासपुर आगमन हुवा जा रहा है ।
मंगलवार को आहार पंडित मदन मोहन मालवीय महाविद्यालय मे हुवा । दोपहर मे विहार कर राजकिशोर नगर निवासी नितिन जैन के यहा पहुंचकर रात्रि विश्राम किए । मंगलवार को शाम को आरती, गुरु भक्ति, णमोकार चालीसा का पाठ संपन्न हुआ ।
जैन सभा अध्यक्ष वीर कुमार जैन एवं प्रचार प्रसार प्रभारी अमरेश जैन ने बताया कि बुधवार को सुबह 08.30 बजे चांटीडीह अशोक नगर में पूज्य मुनि द्वय की भव्य आगवानी विशाल जनसमूह द्वारा गाजे-बाजे एवं गगनभेदी जयघोष के जयकारों के साथ परम् पूज्य मुनि द्वय का श्री जैन मन्दिर जी , सरकण्डा प्रांगण में सुबह 09.30 बजे मंगल प्रवेश होगा । सरकण्डा श्री जैन मन्दिर जी के सामने निर्मित पण्डाल में सुबह से मुनि द्वय का पाद-प्रक्षालन एवं तत्पश्चात पूज्य मुनि महाराज की भव्य देशना संपन्न होगी . सुबह 10.30 बजे से आहारचर्या, दोपहर 01.00 बजे से कलशों का शुद्धिकरण एवं शोभायात्रा, दोपहर 03.00 बजे से शीत कालीन वाचना शिविर की कलश स्थापना एवं पूज्य मुनिश्री के प्रवचन होगा । संध्या 06.30 बजे से 07.30 बजे तक आचार्य भक्ति तत्पश्चात वैयावृत्ति संपन्न होगी
बुधवार को सकल जैन समाज बिलासपुर के अलावा जांजगीर, चांपा, रायगढ़, कोरबा, अकलतरा से भी बड़ी संख्या में श्रावक श्राविका उपस्थित होकर धर्म लाभ लेंगे ।