श्री ऋषभ महाविद्यालय में मनाया गया विश्व मानवाधिकार दिवस

श्री ऋषभ महाविद्यालय में मनाया गया विश्व मानवाधिकार दिवस

विश्व मानवाधिकार दिवस मनाया गया

बिलासपुर (अमर छत्तीसगढ) विश्व मानवाधिकार दिवस श्री ऋषभ विद्यालय महाविद्यालय बनाहिल अकलतरा में मनाया गया । इस अवसर पर उपस्थित मुख्य अतिथि न्यायाधीश वर्ग-1 एवं किशोर न्याय बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं । उनका स्वागत श्री ऋषभ शिक्षा समिति के संरक्षक डॉ जेके जैन के द्वारा किया गया । साथ ही दिनेश चतुर्थी व्याख्याता एवं राष्ट्रीय सेवा योजना अधिकारी का स्वागत अंकित जैन सचिव के द्वारा करते हुए सरस्वती पूजा के साथ कार्यक्रम की शुरुआत किया गया ।

सर्वप्रथम कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित आनंद बोरकर व्यवहार न्यायाधीश अकलतरा ने स्वयंसेवकों के द्वारा अपराध किया जाना संविधान के अनुच्छेद 32/126 के बारे में बतलाते हुए नाबालिग व्यक्ति यदि वाहन चलाते मिलता है। तो उसके साथ साथ उनके घर के मुखिया को अर्थदंड के साथ साथ 3 वर्ष का कारावास होने की जानकारी दी गई । साथ ही मानव अधिकार के साथ-साथ मूलभूत अधिकारों की जानकारी दिए उसके बाद एन.सी.सी अधिकारी एवं व्याख्याता दिनेश चतुर्वेदी जी ने मनुष्यों के मूलभूत अधिकारों के बारे में जानकारी देते हुए प्रत्येक व्यक्ति के नैतिक जिम्मेदारी एवं समाज के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए। प्रेरित कि यह साथ ही उन्होंने सूचना के अधिकारों का अधिक से अधिक उपयोग करने हेतु प्रेरित किए मानवाधिकार आयोग राष्ट्रीय स्तर पर राज्य स्तर पर और मानव अधिकार कोर्ट जिला स्तर पर होती है।

आप कभी भी कहीं भी अपने मौलिक अधिकारों के हनन होने पर मानवाधिकार कोर्ट की शरण ले सकते हैं साथ ही सूचना के अधिकार के तहत अपनी कार्यों जो शासकीय कार्यालयों में लंबित होता है उसकी जानकारी ले सकते हैं यदि वांछित जानकारी निर्धारित तिथि तक नहीं मिलने पर प्रथम अपीलीय अधिकारी के बाद द्वितीय अपीलीय अधिकारी राज्य सूचना आयोग के माध्यम से अपनी आवेदन की जानकारी ले सकते हैं ।

कार्यक्रम में उपस्थित तालुका विधिक सेवाओं के पैरालीगल श्री मृत्युंजय, के द्वारा मानवाधिकार अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पूरे विश्व में मानव समाज के अपने अधिकार को जानने एवं उसका उपयोग करने सभी व्यक्तियों के मौलिक अधिकार स्वतंत्रता आजादी पूर्वक जीवन व्यतीत करने देश व समाज के प्रति अपने अधिकार का बोध कराता है।

विश्व मानवाधिकार दिवस समानता शांति न्याय स्वतंत्रता और मानवीय गरिमा को आगे बढ़ने के लिए मनाया जाता है । प्रत्येक समाज के व्यक्ति जाति धर्म लिंग भाषा राजनीतिक व अपनी राय राष्ट्रीय सामाजिक मूल्य संपत्ति जैन में या अन्य स्थिति के बावजूद खपटिहा का अधिकारी होता है । समाज में प्रत्येक व्यक्ति को स्वतंत्र रूप से जीने का अधिकार स्वास्थ्य पेयजल न्याय पाने को अपने अधिकारों के साथ जीवन यापन करने का अधिकार होता है मानव समाज में समानता का अधिकार सभी व्यक्तियों का होता है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सुमित प्रताप सिंह बनाहिल ने मानवाधिकार के बारे में बताते हुए सर्वप्रथम राष्ट्रीय हित को सर्वाेपरि बताया राष्ट्रीय गीत में देश प्रेम की भावना प्रत्येक विद्यार्थी समाज मैं हूं ना देश के विकास को गति प्रदान करता है कार्यक्रम के समापन में शिक्षा समिति के संरक्षक डॉ जे के जैन द्वारा आभार प्रदर्शन करते हुए कार्यक्रम समाप्त किया गया ।

कार्यक्रम में आर टी आई के जिला अध्यक्ष यशपाल चौबे, अकलतरा ब्लाक अध्यक्ष तृप्ति नाथ, अधिवक्ता महाविद्यालय के प्राचार्य श्रीमती डॉ तृप्ति शुक्ला, सचिव श्रीमती जैन व समस्त प्राध्यापक गण, प्रो. ओमप्रकाश सोनी, प्रो. होरीलाल कुम्हार, श्रीमती भोपर्णा मिश्रा, श्रीमती संध्या सिंह, शारदा शर्मा, रंजनी श्रीवास, गायत्री यादव, विनीता कश्यप, अनुराधा सिंह, रश्मी मरकाम, कार्यालयीन कर्मचारी अशोक पाण्डेय, कृष्णाकांत चन्द्राकर, राकेश देवांगन, पंकज मिरी, आशीष सिंह, मनीष गंर्धव, श्रीमती सुनीता पाण्डेय, आकाश दास, मनीष बघेल, नीरज निर्मलकर, बृजनंदन पटेल व छात्र/छात्राएंे अरविंद जयसवाल, आशीष, दिलीप, योगेश, लक्ष्मीचंद, सुनिल, अजय वैष्णव अनिल, यशवंत, आशुतोष अपेक्षा कश्यप, रोशनी, शिल्पा कश्यप, माया निर्मलकर, हितेश, विक्रम कुमार, सचिन, योगेश, कन्हईया लाल ,सोमनाथ, संजय टंडन, राजेश, धनंजय सिंह, सोमनाथ रात्रे, राजेश कुमार, संजय टंडन, मौजूद थे। विद्यार्थियों की उपस्थिति में तालियों की गड़गड़ाहट के साथ सभी को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कार्यक्रम समाप्त किया गया।

Chhattisgarh