ग्रेटर हैदराबाद श्रीसंघ के तत्वावधान में चातुर्मासिक प्रवचन….. जब तक पाप दिखेगा पुण्य नहीं हो पाएगा, घरों में बंद करें पाप के गेट….. दुनिया कहती जैनी रात में नहीं खाते ओर हम शादियों में आधी रात तक जिमा रहे- समकितमुनिजी…..

ग्रेटर हैदराबाद श्रीसंघ के तत्वावधान में चातुर्मासिक प्रवचन….. जब तक पाप दिखेगा पुण्य नहीं हो पाएगा, घरों में बंद करें पाप के गेट….. दुनिया कहती जैनी रात में नहीं खाते ओर हम शादियों में आधी रात तक जिमा रहे- समकितमुनिजी…..

हैदराबाद(अमर छत्तीसगढ), 30 जुलाई। जिंदगी में उस चातक पक्षी की तरह बनो जो स्वाति नक्षत्र का ही पानी पीता है नालों का पानी पीने से मरना बेहतर समझते है यानि सब कुछ चला जाए पर हमारी साख नहीं जानी चाहिए। साख बची रह गई तो बहुत कुछ बच जाएगा। चातक प़क्षी बनकर रहे तो पुरखों से मिली जैन धर्म की विरासत को सुरक्षित रख पाएंगे। रात्रि भोजन नहीं करने के लिए दुनिया जैन धर्म का उदाहरण देती है लेकिन हम अपनी विवाह पत्रिकाओं में छपवाते आपके आगमन तक यानि रात में 10-11 बजे तक भी आओ आपको भोजन मिलेगा।

इतना तो सोचे ऐसा करके हम जिनशासन की शोभा बढ़ा रहे या शान में कमी कर रहे है। ये विचार श्रमण संघीय सलाहकार राजर्षि भीष्म पितामह पूज्य सुमतिप्रकाशजी म.सा. के ़सुशिष्य आगमज्ञाता, प्रज्ञामहर्षि पूज्य डॉ. समकितमुनिजी म.सा. ने ग्रेटर हैदराबाद संघ (काचीगुड़ा) के तत्वावधान में श्री पूनमचंद गांधी जैन स्थानक में मंगलवार को चातुर्मासिक प्रवचन में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि दुनिया कहती है जो जैनी होगा वह रात्रि भोजन नहीं करेगा, पानी छान कर पीएगा।

बाजार में जैन भोजन तक मिलता है तो यह पुरखों की देन है जिन्होंने यह पहचान बनाई कि हमारे भोजन में लहसुन-प्याज भी नहीं होंगे। आज स्वयं का आकलन करे कि हम इस विरासत को कितना संभाल पाए है। मुनिश्री ने पाप-पुण्य की व्याख्या करते हुए कहा कि जिसको सिर्फ पुण्य दिखते है उसके पाप का गेट बंद हो जाता है। पाप के गेट बंद किए बिना धर्म नहीं हो सकता। जैसे घर के गेट बंद रखते है वैसे पाप का गेट बंद रखने पर आत्मा को कर्म बंध का जोखिम कम रहेगा।

पूज्य समकितमुनिजी ने कहा कि हमने अपने घरों में पुण्य के गेट बहुत कम ओर पाप के गेट बहुत ज्यादा लगा रखे है। घर में पाप के इतने कनेक्शन ले रखे जिनकी कोई सीमा ही नहीं है। याद रखे मानव जीवन कर्मो की धुलाई करने का मौका है ओर यदि ये चूक गए तो कर्म हमारी धुलाई कर देंगे। ऐसी खोटी आदते जिंदगी में नहीं लाए जो हमारी बर्बादी का कारण बन जाए। उन्होंने कहा कि पुण्य व कर्म निर्जरा के प्रति एकनिष्ठ हो जाए। जब तक पाप दिखेगा पुण्य नहीं हो पाएगा।

हमारा प्रयास हो कि घर में पाप के जो कनेक्शन ले रखे उन्हें एक-एक कर बंद किया जाए। जीवन में भ्रम की स्थिति नहीं होनी चाहिए ओर हमारा लक्ष्य स्पष्ट होना चाहिए। प्रवचन के शुरू में गायनकुशल जयवन्त मुनिजी म.सा. ने भजन ‘‘मिले हो गुरू हमको ये भाग्य हमारा है’’ की प्रस्तुति दी। धर्मसभा में प्रेरणाकुशल भवान्तमुनिजी म.सा. का सानिध्य भी रहा। धर्मसभा का संचालन ग्रेटर हैदराबाद श्रीसंघ के महामंत्री सज्जनराज गांधी ने किया। चातुर्मास के तहत प्रतिदिन प्रवचन सुबह 8.40 से 9.40 बजे तक हो रहा है।

विधिपूर्वक की गई पुण्य कलश की स्थापना

पूज्य समकितमुनिजी म.सा. के सानिध्य में चल रही 18 दिवसीय पुण्यकलश आराधना के तहत मंगलवार को विधिपूर्वक पुण्य कलश की स्थापना की गई। आराधना कर रहे तपस्वी पुण्य कलश लेकर प्रवचन हॉल में पहुंचे ओर पूज्य सुमतिप्रकाशजी म.सा. व पूज्य समकितमुनिजी म.सा. के जयकारे लगाए। समकितमुनिजी म.सा. ने बताया कि पूना सहित विभिन्न स्थानों से बड़ी संख्या में आराधक पुण्यकलश आराधना करने के लिए हैदराबाद पहुंचे है। इस आराधना के तहत आराधक एक दिन उपवास व एक दिन बियासना कर रहे है। प्रतिदिन प्रवचन के बाद विधिपूर्वक पुण्य कलश आराधना हो रही है।

कल मनाया जाएगा आदिनाथ भगवान एकासन दिवस

चातुर्मासिक आयोजन के तहत बुधवार को आदिनाथ भगवान एकासन दिवस मनाया जाएगा। मुनिवृन्द ने अधिकाधिक श्रावकों को एकासन तप करने की प्रेरणा दी है। चातुर्मास अवधि में 16 बुधवार को हर बार इस तरह एकासन तप होगा। चातुर्मास के दौरान 13 वर्ष तक के बच्चों के लिए 3 से 17 अगस्त तक अखिल भारतीय स्तर पर चन्द्रकला द्रव्य मर्यादा तप का आयोजन होगा। इसमें सहभागी बनने के लिए अब तक देशभर से सैकड़ो बच्चें पंजीयन करा चुके है।

पहले दिन 3 अगस्त को पूरे दिन खान-पान में अधिकतम 15 द्रव्य का उपयोग कर सकंेंगे प्रतिदिन एक-एक द्रव्य मात्रा कम होते हुए अंतिम दिवस 17 अगस्त को मात्र एक द्रव्य का ही उपयोग करना होगा। पानी,दूध,पेस्ट व दवा द्रव्य सीमा में शामिल नहीं है। आगामी शनिवार एवं रविवार को अनंतकाल के पापों का प्रक्षालन करने के लिए ‘आईएम सॉरी’ विषय पर विशेष प्रवचन होगा। चातुर्मास में प्रतिदिन रात 8 से 9 बजे तक चौमुखी जाप का आयोजन भी किया जा रहा है।

निलेश कांठेड़
मीडिया समन्वयक, समकित की यात्रा-2024
मो.9829537627

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