रायपुर (अमर छत्तीसगढ) 10 अगस्त।
शासनमाताजी की असीम कृपा से बडो़ के आशीर्वाद से घोर तपस्वी महात्मा आडा़ आसन त्यागी, सूर्य आतापनाधारी मौन साधक महास्थिवर सामायिक स्वाध्याय के प्रणेता प,पु,श्री शीतलमुनिजी मसा के मुखारबिंद से पच्खाण एवं मंगलपाठ श्रवण कर विजय संचेती के 31 वें मासक्षमण की ओर अग्रसर है आज उनका 22 वें उपवास का प्रत्याखान लिया है।
श्री अजय संचेती ने आज सुखसाता पूर्वक 8 उपवास का प्रत्याखान लिये है । आगे बढ़ने के भाव है। दोनों तपस्या निर्विघ्न संपन्न हो ऐसी मंगलकामना श्री वीर प्रभु एवं शासनमाताजी से सभी ने की है। तपस्या करने वाले दोनो भाईयों की बहुत बहुत अनुमोदना करते है ।