तपस्वी विजय संचेती, मंजु भण्डारी एवं प्रिया भण्डारी ने 25 वें उपवास का प्रत्याखान

तपस्वी विजय संचेती, मंजु भण्डारी एवं प्रिया भण्डारी ने 25 वें उपवास का प्रत्याखान

रायपुर (अमर छत्तीसगढ) तप से होती है आत्मा कुंदन और आत्मा पर लगे अनादिकाल से सूक्ष्म कर्म का क्षय।आज विवेकानंद नगर स्थित श्री वल्लभ ज्ञान उपाश्रय में विराजित प.पु.श्री प्रियदर्शी विजय जी मसा एवं प.पु. श्री तीर्थर्प्रेम विजय जी मसा के मुखारबिंद से से तपस्वी भाई विजय संचेती, श्रीमती मंजु भण्डारी एवं श्रीमती प्रिया भण्डारी ने 25 वें उपवास का प्रत्याखान एवं मंगलपाठ श्रवण कर साधु भगंवंतो को विधिवत् वंदन कर वासक्षेप एवं आशीर्वाद लिया।

संघ की ओर से तीनो तपस्वीयों का संघ प्रमुख सुरेश बरडिया, पुखराज मुणोत, जयराज बैद, श्याम सुन्दर बैद ने तिलक लगाकर माला पहनाकर सिक्का भेंटकर सम्मान किया अभिनंदन किया।

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