रायपुर (अमर छत्तीसगढ) 16 अगस्त। तप से होती है कर्मो की निर्जरा। देवकर स्थित जैन भवन मे विराजित छग प्रवर्तक महाश्रमण, महास्थिवर प पु गुरूदेव श्री रतनमुनिजी मसा के सुशिष्य उप प्रवर्तक पपु डाँ सतीशमुनिजी मसा तपस्वी प पु श्री शुक्लमुनिजी मसा, तपस्वी प पु श्री रमण मुनिजी मसा सेवाभावी प पु श्री आदित्य मुनिजी मसा के दर्शनार्थ 28 उपवास के तपस्वी भाई विजय संचेती ने आप सभी के पावन चरणों में वंदन नमन कर आशीर्वाद एवं मंगलपाठ श्रवण किया।
देवकर श्री संघ के प्रमुख एवं 28 उपवास के तपस्वी भाई ने तिलक लगाकर माला पहनाकर सम्मान किया। तपस्वी भाई विजय संचेती पिछले 30 वर्षो से आप सिर्फ गर्म जल के आधार पर 31 दिन का उपवास (मासक्षमण) की तपस्या कर रहें है। यह आपका 31 मासक्षमण चल रहा है । आप सभी तपस्वीयों की तपस्या निर्विघ्न संपन्न हो ऐसी वीर प्रभु से मंगल कामना करते है।