रायपुर (अमर छत्तीसगढ) 4 सितंबर। इन्दौर से आए स्वाध्यायी श्री प्रकाश कोठारी द्वारा प्रातः श्री पुच्छीस्सुनम स्त्रोत का सामूहिक स्वाध्याय कराया गया । इंदौर से आए स्वाध्यायी अभिषेक नाहर द्वारा पर्युषण पर विभिन्न विषयों पर प्रकाश डालते हुए श्रावक के बारह व्रत और नित प्रतिदिन लेने वाले चौदह नियम की विस्तृत विवेचना की जा रही है ।
उक्त विषय पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने बताया कि प्रत्येक श्रावक श्राविका को 12 व्रत के नियम लेने ही चाहिए और चौदह नियम को धारण कर समुद्र जितने लगने वाले को कम करके राई जितना करके अपनी आत्मा को कर्मों से हल्का करने का प्रयास करेंगे तो निश्चय ही आत्मा निकट भविष्य में मोक्षगामी बनेगी ।