राजनांदगाँव(अमर छत्तीसगढ) 16 सितंबर/ संस्कारधानी की ऐतिहासिक विसर्जन झांकियों में अपनी अलग पहचान बनाने वाली तथा अपने देशभक्ति छत्तीसगढ़ी संस्कृति, पौराणिक, धार्मिक विषयों पर उद्देश्य पूर्ण कथानक के साथ मनोरम झांकी प्रस्तूत करने वाली विसर्जन झांकी श्री तिरंगा गणेश मंडल जो कि पूर्ण रूप से स्थानीय कलाकारों द्वारा तैयार की जाती है तथा जनसामान्य को झांकी के विषय कथानक के लिए उत्सुकता के साथ-साथ प्रतिवर्ष सर्वाधिक लोकप्रियता के शिखर पर रहती है।
तिरंगा मंडल के संरक्षक सागर चितलांग्या झांकी निर्देशक आशिर्वादक श्री गणेश प्रसाद शर्मा, गन्नू सर अध्यक्ष पंकज गुप्ता ने बताया कि इस वर्ष श्री तिरंगा मंडल द्वारा प्राचीन धार्मिक विषय पर विशाल, झांकी तीन जीपो के साइज की प्रस्तुत की जा रही है । झांकी सृष्टि की रचना करने वाले त्रिदेवों श्री ब्रम्हा, श्री विष्णु, श्री महेश पर आधारित है ।
जिसमें श्री शिव श्री ब्रम्हा, श्री विष्णु जी व माता पार्वती पाताल भैरवी माता,सरस्वती माता, माता लक्ष्मी, के साथ-साथ उनके परिवार श्री गणेश, श्री कार्तिकेय, श्री नारद, श्री गरूड़, श्री नंदी श्री हनुमान जी भी विराजित रहेंगे । इस के अलावा ब्रम्हा विष्णु महेश के बाल स्वरूप भी रहेंगे । २० फीट का आकर्षण झांकी व विशाल प्लेटफार्म लाईटो से सुसज्जित रहेंगे ।सभी मूर्तियों में आकर्षक मूविंग रहेंगी ।
झांकी के निर्माण में, मूर्तिकार, राजा राजपूत, देवा रंगारी, मंच सज्जा विक्की पेंटर, अर्जुन यादव, जिया, शंकर, किसुन रजक, पवन मूविंग, श्याम दुर्ग, कैलाश साहू, लाईट आदित्य डेकोरेशन, कमलेश अवचट हमालपारा, के साथ ही समिति, के जितेश सिमनकर, ज्ञानी मेश्राम, दिनेश खापर्डे, रजत भोईर, राजेश बाघमारे, संपत गुप्ता, नीलम मेश्राम, राजेश भोइर,अखिलेश ठावरे, संघप्रिय वासनिक, राहुल गौतम, युगल किशोर शर्मा,किशन रजक आदि का सहयोग रहा है ।तिरंगा मंडल के सभी सदस्यों ने संस्कारधानी वासियों से झांकी में पूर्व की तरह स्नेह, अशाीष देकर सभी से झांकी के अवलोकन हेतु झांकी में शामिल होने का आग्रह किया है ।