रायपुर (अमर छत्तीसगढ़) 19 सितंबर। स्थानीय पुजारी पार्क स्थित मानस भवन में आज पुण्य, पाप, धर्म पर बोलते हुए अपने प्रवचन में शीतलराज मसा ने कहा पुण्य कमाने वाले को धर्म का विवेक रखना होगा। कहीं पाप तो नहीं हो रहा है ।पाप हिंसा से बचे महापुरुषों तीर्थंकरों के बताएं मार्गदर्शन पर चलें। ज्ञान से पुण्य धर्म भी होगा। मानव कंजूस है, अपने लिए करेगा लेकिन जीव रक्षा के लिए नहीं करेगा । मानव को चाहिए धर्म का रास्ता बंद न हो, जैनियों को समझना होगा । पाप हिंसा से बचें, पुण्य होगा धन भी आएगा । परिवार भी अच्छा रहेगा लेकिन धन के साथ विलासिता भी बढ़ता है।
शरीर के मूल्यवान पांच इंद्रियों पर बोलते हुए मुनि श्री ने कहा शब्द रूप गंध, स्वाद एवं स्पर्श का ज्ञान करने वाला अंग इंद्रिय कहलाता है। संस्कारी जीवन का ज्ञान भी इंद्रियों से मिलता है। इन्हीं इंद्रियों के द्वारा दिन भर में न जाने कितने कर्म बंधते हैं। राग द्वेष आता है । पापों से बचने का प्रयास मन वचन काया से हो ।
नौ तत्वों जीव, अजीव, पुण्य, पाप, आश्रव, संवर, निर्जरा, बंध एवं मोक्ष पर बोलते हुए मुनि श्री ने कहा इन तत्वों में सृष्टि का संपूर्ण ज्ञान समाहित होता है । मोक्ष कर्मों के क्षय होना, राग और द्वेष कर्मों के बीच है। उनके क्षय होना मोक्ष है।
तीर्थंकर भगवंत के वचनों पर श्रद्धा रखना सम्यक दर्शन है। उन्होंने कहा सभी जीव मन, वचन, काया द्वारा कर्मबंधन करते रहते हैं। शुभ कर्म एवं अशुभ कर्म बनते रहते हैं। शुभ कर्म से सुख मिलता है और अशुभ कर्म से दुख मिलता है। मुनि श्री ने कहा उनकी दिनचर्या में 23 सितंबर से वे मौन धारण करेंगे। वहीं 24 सितंबर से मंगल पाठ मांगलिक के लिए 24 से 29 सितंबर तक क्रमशः मंगल पाठ हेतु 24 सितंबर को संतोष गोलछा, 25 को सुमित काकरिया परिवार, 26 को ताराचंद जी, 27 को गुढ़ियारी दिनेश पार्क, 28 को गुढ़ियारी मारुति मंगलम, 29 सितंबर को यह आयोजित सामायिक स्वाध्याय सम्मेलन में रहेंगे।
कल शुक्रवार को दोपहर 3:00 बजे मंगल पाठ मांगलिक टैगोर नगर सेक्टर निवासी यशवंत कोटेचा परिवार में रहेगा। मुनि श्री के सानिध्य में नियमित संवर एवं प्रतिक्रमण में साधक भाग ले रहे हैं। मुनि श्री के मांगलिक मंगल पाठ की विस्तृत जानकारी कल इसी स्थान पर देंगे । आज भी तप तपस्या वालों के साथ 19 का पचखान एवं नाहटा ने लिया। मुनि श्री ने 23 से रायपुर नगर में विभिन्न जैन समाज के लोगों के घरों में मंगल पाठ मांगलिक देंगे, यह क्रम 28 सितंबर तक चलेगा ।