रबीधान को हतोत्साहित न करने किसान संघ ने सौंपा ज्ञापन

रबीधान को हतोत्साहित न करने किसान संघ ने सौंपा ज्ञापन

राजनांदगांव(अमर छत्तीसगढ) 29 अक्टूबर ।- जिला किसान संघ के बैनर तले जिले भर से आए किसानों से कलेक्टर मुलाकात कर रबी धान को हतोत्साहित न करने ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि रबी धान की फसल काफी किसानों की आजीविका, आमदनी और पलायन न करने का साधन बनी हुई है। अन्य फसलें बंदर और सुअरों के कारण बहुत तकलीफ देह है और आमदनी  की कमी देती है। किसान परंपरागत रूप से धान की खेती कर रहे है। इसलिए भी धान की खेती सुविधाजनक है।
जहां तक जल संकट का सवाल है ये सिर्फ किसानों से जुड़ा विषय नही है अपितु समूचे समाज से जुड़ा विषय है। जल संकट के समाधान के लिए समाज के सभी की भागीदारी जरूरी है। इसे लेकर समाज में विमर्श खड़ा करने एवं समाधान खोजने की जरूरत है। सिर्फ किसानों के धान नही बोने से समाधान नही हो पायेगा। उद्योगो में कितना पानी खर्च हो रहा है हमारे निर्माण भू-जल संवर्धन में कितना बाधक है। पुराने कुँओं और तालाब के साथ हमने क्या किया।

आम शहरी पानी को लेकर कितना संवेदनशील और जागरूक है। हमें प्रकृति 1000 मि.मि. से अधिक औसत वार्षिक वर्षा देती है। उसका प्रबंधन संरक्षण हम कैसे कर रहे है, इमारतों में वाटर हार्वेस्टिंग के लिए हम क्या कर रहें है, जंगल बचाने हमारे क्या प्रयास है इत्यादि विभिन्न आयाम है जिन्हे नजर अंदाज करते हुए सिर्फ किसान को हतोत्साहित करना उचित नही होगा अत: किसान हित को ध्यान में रखते हुए समग्रता में समाधान खोजा जाना चाहिए।
किसानों ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना की बकाया चौथी किस्त 3217/- में धान खरीदी एवं 13 फरवरी तक धान खरीद की मांग के संबंध में मुख्यमंत्री ध्यानाकर्षण यात्रा 6 नवंबर को  राजनांदगांव से रायपुर तक निकाले जाने की जानकारी दी एवं मुख्यमंत्री से समय दिलाने का आग्रह किया। प्रयास का आश्वासन कलेक्टर महोदय ने दिया है।

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