सदैव आत्म सम्मान से जीता है किन्नर समाज – सुश्री उइके

सदैव आत्म सम्मान से जीता है किन्नर समाज – सुश्री उइके


रायपुर। (अमर छत्तीसगढ़) किन्नर समाज में अभूतपूर्व योग्यता और प्रतिभा है। वे अपनी प्रतिभा को पहचाने और आगे ब?े। किन्नर समाज में अभूतपूर्व ऊर्जा है। यदि यह समाज संगठित हो जाए तो उन्हें आगे ब?ने से कोई रोक नहीं सकता। वे आर्शीवाद देगें छत्तीसग? सहित पूरा देश सुख समृद्धि से परिपूर्ण हो और उन्नति के राह में निरंतर आगे ब?े। यह बात सुश्री अनुसुईया उइके ने कही। वे राजधानी में आयोजित 20वें अखिल भारतीय किन्नर महासम्मेलन को संबोधित कर रही थी। उन्होंने इस अवसर पर किन्नर समाज की वेबसाइट ;ूूूण्बहापददमतांसलंदण्वतहद्ध डब्लयू.डब्लयू.डब्लयू डॉट सीजीकिन्नर कल्याण डॉट.ओआरजी का लोकार्पण किया। साथ ही अखिल भारतीय किन्नर समाज को वार्षिक कैलेण्डर का विमोचन किया।
राज्यपाल ने कहा कि यह मेरे जीवन में पहली बार अवसर आया कि ऐसे कार्यक्रम में शामिल हो रही हूं। मैं अपने आप को धन्य मानती हूं कि मुझे इस कार्यक्रम के माध्यम से किन्नर समाज के पास आने को मिला। उन्होंने कहा कि किन्नर हमारे समाज के वे नागरिक है जिनके मुख से निकले शब्द सर्वदा पुण्यकारी होते हैं। ये ईश्वर की वे संतान हैं जो सर्वजनों के कल्याण की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम ने किन्नरों को मंगलामुखी की संज्ञा दी थी। प्राचीनकाल से किन्नर समाज ऐसा वर्ग है जो आत्मसम्मान से जीता है। वे समाज को ईमानदारी और मेहनत से जीवन जीने की सीख देते है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में जब धर्म जाति के भेदभाव देखने को मिल रहे हैं। ऐसी परिस्थितियों में आज भी किन्नर सर्वधर्म सद्भाव के सिद्धांत पर काम करते है। सभी धर्म के लोग उनका सम्मान करते है। 
राज्यपाल ने कहा कि किन्नर समाज जागरूक है और सभी के साथ कंधा से कंधा मिलाकर आगे ब? रहा है। किन्नर समाज के प्रतिनिधियों ने निर्वाचन में हिस्सा लिया और जीत भी दर्ज की।

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