रायपुर(अमर छत्तीसगढ) 7 दिसम्बर। महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगीकरण संस्थान (एमगिरी) वर्धा के जैव प्रसंस्करण एवं जड़ी बूटी विभाग द्वारा 17 से 18 दिसंबर को “पंचगव्य आधारित उत्पादों का विपणनः चुनौतियां, समाधान एवं अवसर पर’ विषय पर राष्ट्रीय परामर्श कार्यशाला और विचार-मंथन सत्र का आयोजन किया गया है।
इस कार्यशाला में मनोहर गौशाला के ट्रस्ट्री डॉ. अखिल जैन (पदम डाकलिया) को आमंत्रित किया गया है। डॉ. जैन इस कार्यशाला में 15 मिनट तक प्रेजेंटेशन देंगे। इसमें वे मनोहर गौशाला में बनने वाले पंचगव्य उत्पादों को बाजार की मुख्यधारा में लाने के लिए क्या करना चाहिये, डोमेस्टिक और ग्लोबल मार्केटिंग में कौन कैसे सपोर्ट कर सकते हैं, मार्केटिंग चेन कैसे खड़ी की जा सकती है सहित प्रोडक्ट्स की जानकारी आदि प्रेजेंटेशन के माध्यम से देंगे।
बता दें कि इस कार्यशाला में पंचगव्य उत्पाद बनाने वाली देशभर की प्रमुख गोशालाओं के प्रतिनिधि और कुछ नए उद्यमी; भारतीय प्रबंधन संस्थान, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान एवं अनुसंधान संस्थानों के विशेषज्ञ वैज्ञानिक और बड़े औद्योगिक इकाइयों के मार्केटिंग संबंधी विशेषज्ञ एवं ऑनलाइन मार्केटिंग के विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया है।