भारत का संविधान विषमता को दूर कर समता मूलक समाज को स्थापित करने वाला : डॉ सुरेश माने

भारत का संविधान विषमता को दूर कर समता मूलक समाज को स्थापित करने वाला : डॉ सुरेश माने

राजनांदगांव(अमर छत्तीसगढ) स्थानीय डॉ. अम्बेडकर सांस्कृतिक भवन सिविल लाइन में आयोजित संविधान की हीरक जयंती एवं क्रांतिकारी बिरसा मुंडा जयंती का आयोजन अनुसूचित जाति जनजाति अधिकारी कर्मचारी संघ (अजाक्स) के तत्वाधान मे किया गया।

समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मुंबई से पधारे अधिवक्ता डॉ. सुरेश माने, विशिष्ट अतिथि विश्वास मेश्राम सेवा निवृत्त अपर कलेक्टर, जशवंत घावड़े जिला अध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज, अध्यक्षता सिद्धार्थ चौरे जिलाअध्यक्ष अजाक्स ने किया।

समारोह के आरंभ में अतिथियों का स्वागत और फिर संविधान के पालन का शपथ लिया गया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि विश्वास मेश्राम ने कहा कि हम लड़ेंगे क्योंकि डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर ने संविधान के लिए लड़ाई लड़ी थी। वही कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ सुरेश माने ने बहुत ही विस्तार पूर्वक बिरसा मुंडा ने बताया कि बिरसा मुंडा युवा अवस्था में ही शहीद हो गए। आज भी उनकी बहादुरी के किस्से और उनके आत्मसम्मान की गाथा का वर्णन अनेकों साहित्य में मिलता है। निश्चित रूप से वह बड़े क्रांतिकारी थे और देश भक्त भी। श्री माने ने संविधान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उसकी बारिक चीजों को बेहतर तरीके से उपस्थित लोगों को बताया।

अजाक्स जिला राजनांदगांव के संरक्षक सी.एल. चंद्रवंशी, अध्यक्ष सिद्धार्थ चौरे, उपाध्यक्ष ठाकुरराम चंद्रवंशी, भूषण कुमार भूआर्य, कुमुदिनी वैद्य, सचिव दिनेश सुधाकर, डोंगरगांव ब्लॉक के अध्यक्ष क्षितिज सोरी , छुरिया के राजेंद्र लाडेकर, कोषाध्यक्ष ईश्वर चंद्रवंशी, सह सचिव प्रशांत सुखदेवे, संगठन सचिव राजकुमार नागदेवे, प्रवक्ता . सुनील सुष्माकर, कार्यकारिणी सदस्य गण मेघनाथ भूआर्य, महादेव वाल्दे, रितेश रंगारी, सम्मा. शीतल टंडन, वर्षा वारके, रेणु जामगढ़े, गणेश रामटेके, रामप्रसाद, राजेन्द्र, अमिताभ दुपारे, तिलक राम खांडे, योगेश चौरे आदि की इस सफल आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका रही

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