*जी एस टी में छूट का बूस्टर डोज़ जरूरी – महंगाई से जनता त्रस्त*
विगत दो वर्षो से कोविड 19 से त्रस्त जनता को केन्द्र सरकार करों में छूट की वेक्सीन देकर राहत दे । इस आशय का पत्र जैन संवेदना ट्रस्ट ने केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को भेजकर मांग की है । जैन संवेदना ट्रस्ट के महेन्द्र कोचर व विजय चोपड़ा ने कहा कि विगत दो वर्षों से आम जनता , व्यापारी , उद्योगपति , नौकरीपेशा वर्ग व दिहाड़ी मजदूरों को कोविड के कारण आमदनी में मार पड़ी है । लाखों लोगों के व्यापार बन्द हो गए हैं कई उद्योग धंधे चौपट हो गए लाखों लोग बेरोजगार हो गये हैं । लॉकडाउन के कारण भी लोगों की आमदनी घटी है । ऐसा देखा गया है कि लॉकडाऊन के बाद उपभोक्ता वस्तुओं के दामों में 20 से 35 प्रतिशत तक वृद्धि हुई है । जिससे आम जनता की महंगाई के कारण कमर टूट गई है । जैन संवेदना ट्रस्ट के महेन्द्र कोचर व विजय चोपड़ा ने वित्त मंत्री को पत्र लिखकर मांग की है कि केन्द्र सरकार द्वारा आरोपित समस्त करों जैसे जी एस टी , उत्पाद शुक्ल , आयकर की दरों में 20 से 30 प्रतिशत की छूट प्रदान करें ताकि जनता को सीधे राहत मिलेगी । सरकार का उद्देश्य केवल कर संग्रह कर देश चलाना नही होता बल्कि आपदा काल में जनता को राहत पहुंचाना मुख्य उद्देश्य होना चाहिये । ट्रस्ट ने पत्र में मांग की है कि कर संग्रह के टारगेट को इस वर्ष भुलाया जाना चाहिए जिससे जनता के जीवनस्तर
में सुधार होगा । और भारत की अर्थव्यवस्था पटरी पर आवेगी । अपने पत्र में जैन संवेदना ट्रस्ट ने मांग की है कि हर 30 किलोमीटर में लिए जाने वाले बेतहाशा टोल टैक्स को कम किया जाना चाहिए । यह भी महंगाई का कारण है जिसका सीधा असर आम जनता पर पड़ रहा है । इसमें भी 25 से 30 प्रतिशत की छूट देनी चाहिए । जनता के लिए यह एक बूस्टर डोज़ के समान होगा ।