पांडुरना (अमर छत्तीसगढ़) 1 जनवरी। आड़ा आसन त्यागी सामायिक स्वाध्याय के प्रणेता शीतलराज मुनि का विहार बैतुल की ओर अग्रसर है। वे प्रतिदिन 10 किलोमीटर से अधिक पैदल विहार कर रहे है।
आरेंज सिटी ऑफ नर्सिंग पांडुरना (कसबा) से रवाना होकर बैतुल की ओर तेजी से आगे बढ़ रहे है। उनके साथ राजस्थान, मध्यप्रदेश व अन्य स्थानों के श्रावक, साधक भी चल रहे है।
पद यात्रा के मध्य आने वाले ग्रामीण क्षेत्रों में शीतल मुनि के दर्शन लाभ को लेकर भी भीड़ दिख रही है। शीतल मुनि द्वारा इस अवसर पर उन्हें मांगलिक पाठ का लाभ दिया जा रहा है।
उनके इसी माह 15 जनवरी तक बैतुल पहुंचने की संभावना है। कड़ाके की ठंड में जैन समाज के लोगों के साथ ही कुछ अन्य लोग भी उनके साथ विहार में कुछ दुरी पैदल तय कर रहे है। राजु भाई, विनोद भाई, शीतल मुनि के भक्त लगातार उनके साथ विहार में है।