डोंगरगढ़(अमर छत्तीसगढ) 18 जनवरी। – छिपा बगीचा, नदिया पार (छिपा मुसरा) में दिन शुक्रवार 17 जनवरी 2025 को सकट मेले का भव्य आयोजन किया गया। यह मेला लोधी समाज की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और आध्यात्मिक धरोहर को जीवंत करता है। मेले का उद्देश्य समाज के गौरवशाली इतिहास को स्मरण करना, नई पीढ़ी को प्रेरित करना, और समाज की एकता को मजबूत करना है।
इस आयोजन की शुरुआत लोधेश्वर भगवान, माता पार्वती, श्री गणेश जी, वीरांगना महारानी अवंती बाई लोधी एवं स्वामी ब्रह्मानंद जी की पूजा-अर्चना से हुई, जिनकी कृपा से यह मेला संपन्न हुआ। लोधेश्वर भगवान लोधी समाज की आस्था और शक्ति के केंद्र हैं।
उनकी उपासना ने पूरे आयोजन में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार किया। साथ ही, स्वामी ब्रह्मानंद जी महाराज की शिक्षाओं और उनके समाज कल्याण के कार्यों को याद करते हुए उनका आशीर्वाद लिया गया। स्वामी जी के सिद्धांत—एकता, ज्ञान, और सेवा—ने मेले की गरिमा को और बढ़ाया।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि छत्तीसगढ़ लोधी समाज के प्रदेश कोषाध्यक्ष एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता विष्णु लोधी ने अपने उद्बोधन में कहा, “सकट मेला न केवल हमारी सांस्कृतिक परंपरा को जीवंत करता है, बल्कि नई पीढ़ी को यह संदेश देना है कि हम अपनी जड़ों से जुड़े रहे।
यह महोत्सव हमें अपनी सांस्कृतिक परंपरा और समाज की ताकत का स्मरण करता है साथ ही
लोधेश्वर भगवान, वीरांगना महारानी अवंतीबाई लोधी और स्वामी ब्रह्मानंद जी महाराज के आदर्शों का पालन करते हुए समाज को एकजुटता और उन्नति का संदेश देता है।”
विष्णु लोधी ने कहा अमर शहीद वीरांगना महारानी अवंतीबाई लोधी के बलिदान को याद करते हुए कहा कि उनकी वीरता और संघर्ष हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। साथ ही, उन्होंने समाज की उन्नति और एकता पर जोर देते हुए कहा मेरा समाज, लोधी समाज, वह समाज है जिसने भारत की आजादी से लेकर आज तक देश के निर्माण में अपनी अनमोल भूमिका निभाई है।
1857 की क्रांति में हमारी हिस्सेदारी ने यह साबित किया कि हम सिर्फ किसान नहीं, बल्कि क्रांतिकारी योद्धा भी हैं। खेतों में हल चलाने वाले हमारे हाथ जब तलवार थामते हैं, तो दुश्मनों के हौसले पस्त हो जाते हैं।
विष्णु लोधी ने कहा हमने देश के विकास में अपनी मेहनत और समर्पण से योगदान दिया। हमारे समाज ने किसानों के अधिकारों की लड़ाई लड़ी शिक्षा, सैनिक , उद्यमी एवं स्वाभिमान को बढ़ावा दिया और हर क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई हम वह लोग हैं जिन्होंने कभी हार मानना नहीं सीखा।
विष्णु लोधी ने समाज से अपील करते हुए कहा यह मेला न केवल अतीत की स्मृति है, बल्कि भविष्य के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है। आयोजन समिति ने सभी समाजबंधुओं से आग्रह किया कि वे समाज की एकता को बनाए रखें और इसे आगे बढ़ाने के लिए अपना योगदान दें।
अंतिम में विष्णु लोधी ने इस सफल आयोजन के लिए सर्किल लोधी समाज डोंगरगढ़ एवं लोधेश्वर धाम सकट उत्सव सेवा समिति का विशेष योगदान एवं उनके सराहनीय प्रयास के लिए उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
सकट महोत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक दलेश्वर साहू ने लोधेश्वर धाम के लिए धर्मीक न्यास से 10 लाख दिलाने की बात कही। वहीं विधायक हर्षिता बघेल ने 7 लाख की घोषणा की साथ ही विधायक यशोदा वर्मा ने भी सहयोग करने की बात कही। स्वागत भाषण सर्किल अध्यक्ष ओमकार लिल्हारे ने दी तत्पश्चात ग्राम के सरपंच ओमप्रकाश लिल्हारे अपनी बात कही।
कार्यक्रम को अन्य प्रमुख वक्ताओं ने भी समाज की एकता, शिक्षा और विकास पर अपने विचार प्रस्तुत किए । साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं अमर शहीद वीरांगना महारानी अवंतीबाई लोधी के बलिदान को स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर लोधेश्वर भवन का लोकार्पण संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से कमलेश्वर वर्मा संरक्षक छत्तीसगढ़ लोधी समाज,कोमल जंघेल पूर्व विधायक, चन्द्र शेखर वर्मा,गुना राम लिल्हारे, रिखी राम लिल्हारे, शिव लिल्हारे, दानेश्वर लिल्हारे, मुल चंद लोधी, पुष्पा वर्मा, नरेंद्र वर्मा, मनोज सिन्हा, लक्ष्मीनारायण वर्मा, राघव वर्मा, रिखी राम लिल्हारे, बालमुकुंद वर्मा, शिव लिल्हारे, होमदत्त वर्मा, मोती वर्मा, शिवप्रसाद वर्मा, विशेश्वर वर्मा, अशोक वर्मा, तेज लाल वर्मा,राजू वर्मा, संजय वर्मा, एनेश्वर वर्मा, राजेंद्र वर्मा, दिनेश वर्मा, भागचंद लिल्हारे, लुकेश जघेल, अनिल जघेल, रोशन वर्मा, महेन्द्र वर्मा आदि हजारों की संख्या में महिला, पुरुष उपस्थित रहे।