मुनिश्री रमेश कुमार जी ठाणा-2 का भारत में भव्य प्रवेश

मुनिश्री रमेश कुमार जी ठाणा-2 का भारत में भव्य प्रवेश

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सिलीगुङी- प.बंगाल (अमर छत्तीसगढ) 19 जनवरी।

मुनिश्री रमेश कुमार जी ठाणा-2 का भारत में भव्य प्रवेश

नेपाल के 3 प्रदेश और 15 जिलों में लगभग 1200 किलोमीटर की यात्रा करते हुए आज भारत प्रवेश

नेपाल की राजधानी काठमाण्डौ में चतुर्मास से पूर्व व चतुर्मास के पश्चात तेरापंथ समाज के 22 क्षेत्रों में विचरण हुआ।

युगप्रधान, महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण जी के प्रबुद्ध सुशिष्य मुनिश्री रमेश कुमार जी सहवर्ती मुनि रत्न कुमार जी ने लगभग दस महिने की सफलतम नेपाल यात्रा एवं काठमाण्डौ चतुर्मास सानन्द सम्पन्न करके आज कांकरभिट्टा बोडर से पानी की टंकी स्थित विनोद डोसी के निवास पर पधारें।

धुलाबाङी-नेपाल से आज प्रातः मुनि द्वय ने कांकरभिट्टा की ओर विहार किया। यहां पर तेरापंथ समाज का एक परिवार रहता है। दीपक जी बैंगानी ने मुनिद्वय के साथ सभी समागत साधर्मिक भाई-बहनों का भावभरा स्वागत किया।
यहां से निर्धारित समय के अनुसार मुनिद्वय ने स्वदेश भारत की ओर विहार किया। नेपाल स्तरीय तेरापंथ सभा एवं तेरापंथ सभा धुलाबाङी- नेपाल की ओर से नेपाल -भारत मैत्री स्वरुप जुलूस निकाला गया। नेपाल संस्कृति के अनुसार पंचकन्या पांच दिव्य वाद्ययंत्रों के साथ चल रही थी।

भक्ति सितौला पूर्व मंत्री एवं कोशी प्रान्त की विधान सभा सदस्य इस अवसर पर प्रमुख अतिथि के रुप उपस्थित हुए। भारत की ओर से विधायक दुर्गा मुर्मू (फांसीदेवा से) विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थित हुए। मंगलभावना और स्वागत का संयुक्त रुप से भव्य कार्यक्रम आयोजित हुआ।


नेपाल स्तरीय तेरापंथ सभा के अध्यक्ष दिनेश नौलखा, तेरापंथ सभा काठमाण्डौ के अध्यक्ष सुभागमल जम्मड, तेरापंथ सभा धुलाबाङी के अध्यक्ष सन्तोक चन्द बैद, नेपाल अणुव्रत समिति के अध्यक्ष फूलकुमार जी ललवानी ने इस अवसर मुनि श्री के काठमाण्डौ चातुर्मास एवं नेपाल यात्रा के संदर्भ श्रद्धासिक्त भावों के साथ प्रस्तुति दी ।


प्रमुख अतिथि भक्ति सितौला ने कहा – नेपाल सरकार एवं पूरे नेपाल में जैन धर्म और तेरापंथ समाज की ओर से अहिंसा, शांति सौहार्द नशामुक्ति के जो कार्य किये जा रहे हैं वे स्तुत्य है।अणुव्रत ओर अच्छा कार्य करता रहेगा। दोनों संतों के सुस्वास्थ्य की आगामी यात्रा की भी मंगलकामनायें करता हूं।
भारत की ओर से विधायक दुर्गा मुर्मू ने भारत की ओर से स्वागत किया।


मुनि रमेश कुमार जी ने नेपाल भारत का पडोसी देश है। दोनों देशों का रहन सहन, भाषा और,धर्म संस्कृति में बहुत समानता है। आपने आगे कहा- हमने गुरु आज्ञा के अनुसार काठमाण्डौ चतुर्मास और नेपाल की 1200 किलोमीटर की यात्रा में तीन प्रदेश और पन्द्रह जिलों की आज सम्पन्न कर रहे हैं। नेपाल के 22 क्षेत्रों में हमारा विचरण हुआ।

मुनि रत्न कुमार जी ने बंगला भाषा में अपनी जन्म भूमि पर मुनि रमेश कुमार का बंगाली भाषा में स्वागत किया।

उत्तर बंगाल-सिक्किम स्तरीय तेरापंथ सभा के अध्यक्ष सुरेंद्र जी छाजेङ, सिलीगुड़ी तेरापंथ सभा के अध्यक्ष किसनलाल जी आंचलिया, तेरापंथ महिला मंडल की अध्यक्षा श्रीमती संगीता घोषल ने मुनिद्वय के स्वागत में अपने भावों की अभिव्यक्ति दी। अणुव्रत समिति सिलीगुड़ी की अध्यक्षा श्रीमती डिम्पल बोथरा ने नये साल का कैलेण्डर अतिथियों को भेंट किया।


मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री भारत से आये विधायक दुर्गा मुर्मू B.S.F. के प्रदीप एस एस बी को को जैन खादा धारण कराके आचार्य महाश्रमण जी की थ्री-डी फोटो एवं साहित्य भेंट कर स्वागत किया गया। तेरापंथ महिला मंडल ने स्वदेश प्रवेश पर मंगल गीत गाकर से संतों को वर्धापित किया।

जीरो पॉइन्ट पर नेपाल की ओर से दूसरी ओर भारत की ओर से बहुत अच्छी उपस्थिती में मुनि द्वय ने स्वदेश भारत में प्रवेश किया।

CDO. गोपाल अधिकारी, पूर्व मेयर रवीना कोइराला ,
धुलाबारी पुलिस इंस्पेक्टर पांडव राजवंशी ,
कांकड भीट्टा DSP राजेंद्र थापा, मालचन्द सुराणा आचार्य महाश्रमण चातुर्मास व्यवस्था समिति विराटनगर , सिलीगुडी तेयुप के अध्यक्ष प्रीतम बोकडिया, तेयुप काठमाण्डौ से बजरंग पुगलिया, राकेश जी बापना, तेयुप धुलाबाङी से राहुल जैन,
नेपाल अणुव्रत समिति के महासचिव प्रभात नाहटा, तेरापंथ महिला मंडल काठमाण्डौ की अध्यक्षा श्रीमती निशा गदैया , समण संस्कृति संकाय नेपाल की प्रभारी श्रीमती समता भूतोडिया, तेरापंथ महिला मंडल धुलाबाङी की उपाध्यक्ष श्रीमती कांता बैद, धुलाबाडी के वरिष्ठ उत्साही श्रावक पन्नालाला जैन, श्रीमती अनुदेवी बुच्चा सहित अच्छी संख्या में भाई बहनों की उपस्थित थी।

कार्यक्रम का संचालन नेपाल की ओर से नेपाल अणुव्रत समिति के अध्यक्ष फूलकुमार ललवानी ने और भारत की ओर से तेरापंथ सभा सिलीगुङी के सहमंत्री दीपक महनोत ने किया।

इस अवसर पर नेपाल के काठमाण्डौ , विराटनगर, धूलाबाडी, कांकरभिट्टा भद्रपुर, धराण, इटरुवा एवं भारत से सिलीगुडी, पानी की टंकी, नक्सलबाड़ी, बागडोगरा आदि क्षेत्रों के वरिष्ठ श्रावक श्राविकाएं भी उपस्थित हुये।

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