DGP अशोक जुनेजा का कार्यकाल खत्म, सरकार कर सकती है प्रभारी डीजीपी की तैनाती

DGP अशोक जुनेजा का कार्यकाल खत्म, सरकार कर सकती है प्रभारी डीजीपी की तैनाती

रायपुर(अमर छत्तीसगढ) 3 फरवरी। डीजीपी अशोक जुनेजा का कार्यकाल 3 फरवरी की शाम 5 बजे खत्म होने जा रहा है। वे एक्सटेंशन पर चल रहे थे, इससे पहले भी दो बार उनकी सेवा को विस्तार दिया जा चुका है। अशोक जुनेजा के एक्सटेंशन का आदेश अब तक नहीं आया है। वहीं यूपीएससी से नए डीजीपी के पैनल के अप्रूवल को भी नहीं मिली है। ऐसे में राज्य सरकार प्रभारी डीजीपी की तैनाती कर सकती है।

पिछले साल अगस्त में अशोक जुनेजा के केस में भी यही हुआ था। 4 अगस्त का उनका रिटायमेंट था। राज्य सरकार ने अरुणदेव गौतम को प्रभारी डीजीपी बनाने के लिए गृह विभाग को नोटशीट मंगा लिया था। तब तक दिल्ली से फोन आ गया, जुनेजा को एक्सटेंशन देने प्रस्ताव भेजिए। 2 अगस्त को यहां से प्रस्ताव गया और 3 को कैबिनेट कमेटी से एप्रूवल के बाद आदेश आ गया। प्रधानमंत्री कैबिनेट कमेटी के हेड होते हैं। अब आम समझ सकते हैं कि एक दिन के भीतर कैबिनेट कमेटी की बैठक हो गई, नरेंद्र मोदी जैसे अतिव्यस्त रहने वाले प्रधानमंत्री का दस्तखत भी हो गया।

अरुणदेव गौतम का नाम प्रभारी डीजीपी के लिए तय

यही वजह है कि नए डीजीपी के नाम पर कोई खुलकर नहीं बोल रहा है। मगर ये बात सत्य है कि सरकार में अरुणदेव गौतम का नाम प्रभारी डीजीपी के लिए तय हो गया है। एक तरह से कहें तो उनके नाम पर मुहर लग गया है। अब सिर्फ केंद्र की प्रतीक्षा की जा रही कि शाम तक अशोक जुनेजा के बारे में कोई निर्देश न आ जाए।

वर्ष 2021 में बनाए गए थे प्रभारी डीजीपी

अशोक जुनेजा 11 नवंबर 2021 को छत्तीसगढ़ के प्रभारी डीजीपी बनाए गए थे। फिर यूपीएससी के एप्रूवल के बाद 5 अगस्त 2022 को दो साल के लिए पूर्णकालिक डीजीपी नियुक्त किए गए। 4 अगस्त 2024 को उनके रिटायरमेंट से एक दिन पहले 3 अगस्त को भारत सरकार ने छह महीने का एक्सटेंशन दे दिया।

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