राजनांदगांव(अमर छत्तीसगढ) 24 फरवरी/ संस्कारधानी में भगवान शिव के बागेश्वर अवतार जो कि उन्होने श्रीराम काज के लिए लिया था । उसका अनावरण श्री बागेश्वर धाम मंदिर में कल गोधूलि बेला में पूजन कर किया गया ।
उक्त जानकारी देते हुए बागेश्वर धाम मंदिर सेवक पंकज गुप्ता, विजय गुप्ता, भावेश अग्रवाल, सूरज गुप्ता, विनय साहू, श्रीमती प्रज्ञा गुप्ता द्वारा बताया गया कि, भगवान विष्णु की मानस पुत्री, सरयू के नदी स्वरुप को देवलोक से धरती पर लाने से समय जो कि जनकल्याण व श्रीराम अवतार की वापसी के लिए गुरू वशिष्ट द्वारा रघुवंशी राजाओं के अनुरोध पर भगवान शिव से प्रार्थना कर आयोध्या लाया जा रहा था,
उस समय नदी के मार्ग में मध्य मे घोर तपस्या मे लीन मार्कण्डेय ऋषि को तट से उठाने के लिए भगवान शिव,बाघ व माँ पार्वती द्वारा,गाय का अवतार लेकर ऋषि को मार्ग से हटाकर सरयू नदी के प्रवाह का विध्न दूर किया गया था । जिससे सरयू अपने गंतव्य श्री आयोध्या धाम पहुुँच सकी थी ।
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संध्या गोधूली बेला के समय शिवनाथ तट क्षेत्रीय समिति के अध्यक्ष राजनांदगांव रत्न श्री डी.सी. जैन, चेंबर ऑफ कामर्स के व अग्रवाल सभा के अध्यक्ष श्री शरद अग्रवाल, कस्तूरबा महिला मंडल की सरंक्षिका श्रीमती शारदा तिवारी, वरिष्ठ पत्रकार साहित्यकार श्री आत्माराम कोशा, स्थापना कर्ता श्री भावेश अग्रवाल महाकाल मंदिर सिंघोला के श्री राजू डागा, श्री जतिन भाई पटेल, संरक्षक श्री सोहनलाल गुप्ता, पं. सृष्टि नारायण के द्वारा मंत्रोचार कर, मूर्तियों में भगवान की उपस्थिति का आव्हान कर, विधि विधान से कर स्थापना पूजन कर अनावरण किया गया, जिसके पश्चात् भागवान के अवतार व बागेश्वर महादेव की ढोल बगाड़ों के साथ महाआरती की गई