दुर्ग। (अमर छत्तीसगढ़) नगपुरा (दुर्ग) – तीर्थंकर श्री पाश्र्वनाथ प्रभु की साधना स्थली श्री उवसग्गहरं पाश्र्व तीर्थ नगपुरा में आगामी 6 फरवरी माघ सुद 6 रविवार को तीर्थ प्रतिष्ठा की 27वीं वर्षगांठ आयोजित है। उल्लेखनीय है कि महान जैनाचार्य श्रीमद् विजय राजयश सूरीश्वर जी म.सा. आदि सैकड़ों साधु साध्वी की निश्रा में छत्तीसगढ़ का एकमात्र प्राचीन जैन तीर्थ की प्रतिष्ठा 5 फरवरी 1995 को सम्पन्न हुई थी। पाश्र्व तीर्थ नगपुरा आज समूचे विश्व में प्रतिष्ठित है। इस वर्ष कोरोना गाइड लाइन के अनुसार कार्यक्रम आयोजित की गई है। जैनाचार्य श्री पद्मप्रभ सूरी जी म.सा. के शिष्य सरल स्वभावी आचार्य श्री महानंद सूरी जी विद्वान मुनि श्री अभिषेक विजय जी की निश्रा में ध्वजारोहण का विधान सम्पन्न होगा। इस अवसर पर जैन इंटरनेशनल टेऊड आर्गेनाइजेशन (जीतो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री गणपतराज चौधरी के मुख्य आतिथ्य में तीर्थभक्त श्री भरत ओसवाल अहमदाबाद की अध्यक्षता तथा श्री नवीनभाई कांतिलाल शाह मुम्बई की विशिष्ट आतिथ्य में श्री पाश्र्व गौ सेवालय (गौशाला-भवन) का शिलान्यास सम्पन्न होगा।
तीर्थ केे अध्यक्ष गजराज पगारिया ने बताया कि प्रतिष्ठा सालगिरह उत्सव में देशभर के श्रद्धालु भक्तिपूर्वक ध्वजारोहण करने प्रतिवर्ष तीर्थ आते हैं, इस वर्ष मुख्यत: उगमदेवी मांगीलाल रायपुर, ललित कुमार नौतमलाल मेहता कटक, कांतिलाल शाह मुम्बई, नीलाबेन कीर्तिकुमार वोरा मुम्बई, मोहनलाल गुलाबचंद लूंकड़ परिवार चेन्नई के साथ विभिन्न मंदिरों के ध्वजा लाभार्थी विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। माघ सुद 6 को तीर्थ संकुल के सप्तशिखरीय उवसग्गहरं प्रासाद मुख्य मंदिर सहित कल्याण मंदिर, नमिऊण मंदिर, श्री माणिभद्रवीरजी मंदिर, पद्मावती देवी मंदिर, गुरूमंदिर, दादाबाड़ी सहित 56 शिखरों पर ध्वजारोहण होगा। तीर्थ परिसर में मुख्य मंदिर सहित परिसर का सौंदर्यीकरण कार्य तेजी से चल रहा है। तीर्थ के संस्थापक रावलमल जैन के आकांक्षा अनुरूप तीर्थ परिसर में वृहद स्तर पर श्री पाश्र्व गौ सेवालय का निर्माण कार्य प्रारम्भ है। तीर्थ के निकटस्थ ग्रामों के कृषकों, पशुपालकों को पशुचिकित्सा सेवा उपलब्ध हो इस दृष्टिकोण से पशु चिकित्सालय का निर्माण भी किया जावेगा। इंजिनियर पीयूष बैद अपने उत्साही संगठन श्री अरिहंत कला कीर्ति सेवा ग्रुप गौशाला के भव्य निर्माण हेतु समर्पित सेवा दे रहे हैं। जिनशासन के उत्कृष्ट कार्य में छत्तीसगढ़ अंचल के श्री संघ, उदारदिल महानुभाव इस प्रकल्प से जुडक़र जीवदया सेवा का लाभ लेवें। यह ट्रस्ट मंडल का अनुरोध है। इस प्रसंग पर तीर्थ में नि:शुल्क वास्तु सेवा के लिए जयेश शाह (बॉबी) रायपुर को सम्मानित किया जायेगा।