कालिंगपोंम – प बंगाल(अमर छत्तीसगढ) 1 मार्च।
77 वाॅ अणुव्रत स्थापना दिवस पर कार्यक्रम
अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण जी के प्रबुद्ध सुशिष्य मुनि श्री रमेश कुमार जी के पावन सान्निध्य में 77 वाॅ अणुव्रत स्थापना दिवस का कार्यक्रम गौरव बोथरा के निवास स्थान पर आयोजित हुआ।
*मुनि रमेश कुमार जी ने विश्व की वर्तमान परिस्थिति की चर्चा करते हुए कहा- आज पूरा विश्व में हिंसा, युद्ध और भय का जो वातावरण बना हुआ है, ऐसे समय में अणुव्रत के छोटे छोटे नियमों को अपनाकर अणुव्रत के नियमों के माध्यम से विश्व शांति स्थापित की जा सकती है। अणुव्रत आन्दोलन के प्रवर्तक युगपुरुष आचार्य श्री तुलसी ने देश की आजादी के कुछ समय पश्चात इस आन्दोलन का शुभारंभ आज के ही दिन राजस्थान के सरदार शहर में किया।
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आचार्य तुलसी अपने युग के क्रान्तिकारी धर्माचार्य रहे हैं। उन्होंन परिवार , समाज और राष्ट्र के उत्थान के लिए अणुव्रत आन्दोलन के माध्यम से जो संदेश दिये उनकी उपयोगिता वर्तमान में बहुत है। आज के दिन अणुव्रत के कार्यकर्त्ता आचार्य तुलसी के स्वप्नों को साकार करने में अपनी शक्ति का नियोजन करें।
मुनि रत्न कुमार जी ने भी अणुव्रत पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा- अणुव्रत नैतिक और चारित्रिक विकास का आन्दोलन है। इसके छोटे छोटे ग्यारह नियमों के साथ वर्गीय नियम भी अपनाने चाहिए।
इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ मुनि रमेश कुमार जी ने नमस्कार महामंत्रोंच्चारण से किया।
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तेरापंथ महिला मंडल ने अणुव्रत गीत से मंगलाचरण किया। तेरापंथ सभा अध्यक्ष उम्मेद मल जी भंसाली ने संतों का व उपस्थित सभी लोगों का समाज की ओर से स्वागत किया। गुवाहाटी, घूम,पेदोंग, गंगटोक और बरमेक के भाई-बहिनों ने दर्शन सेवा का लाभ लिया।
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