बिलासपुर(अमर छत्तीसगढ) 25 मार्च। छत्तीसगढ़ में हुए करोड़ों के कोयला घोटाले में सीबीआई की टीम बिलासपुर पहुंची है। 50 से अधिक सदस्य दो अलग-अलग हिस्सों में बंटे हैं और कोल घोटाला मामले की जांच कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस कार्यकाल में हुए करोड़ों रुपए के कोयला लेव्ही घोटाले में बिलासपुर के कई कांग्रेसी नेताओं के अलावा कोयले के कारोबारी से भी पूछताछ चल रही है।
सीबीआई की तरफ से इस पर औपचारिक बयान तो जारी नहीं किया गया है लेकिन भीतर ही भीतर बिलासपुर के अलावा रायगढ़ बिलासपुर और सरगुजा जिले के कुछ जगहों पर सीबीआई की टीम सक्रिय है और लगातार अधिकारियों से पूछताछ जारी है।
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कार्यकाल में हुए कोयला घोटाले की जांच की आंच अब एसईसीएल के अफसरों तक पहुंच गई है। बिलासपुर मुख्यालय सहित अन्य जगह पहुंचकर सीबीआई की टीम यहां हुए कोयले के प्रोडक्शन और उनके डिस्पैच के दस्तावेज खंगाल रही है। जानकार बता रहे हैं कि कोयला घोटाले में दो अलग-अलग तरह की जांच जारी है। सीबीआई की एक टीम कांग्रेस नेताओं के कार्यकाल में हुए घोटाले और दूसरी टीम देशभर में कोयला सप्लाई करने वाली एसईसीएल कंपनी के अधिकारियों से पूछताछ कर रही है।
शनिवार को सीबीआई की टीम बिश्रामपुर के कोयला खदान में गई थी और वहां भी कुछ दस्तावेज इकट्ठा किया गया है। कुल मिलाकर दो अलग-अलग तरह की जांच सीबीआई कर रही है और जानकारी बता रहे हैं कि इस लिंक बनाकर कांग्रेस और कंपनी के अधिकारियों का तार जोड़ने का प्रयास चल रहा है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के कार्यकाल में कोयला घोटाला पूरे देश में चर्चा का विषय रहा. सिंडिकेट बनाकर करोड़ों के कोयला की खरीदी बिक्री का खेल और टेंडर का मामला भी सामने आया है। यही वजह है कि सीबीआई की टीम इस मामले में पूरी तरह सक्रिय दिख रही है.