रायपुर (अमर छत्तीसगढ़) 12 अप्रैल l खरतरगच्छाधिपति आचार्य श्री जिनमणि प्रभ सूरीश्वर जी द्वारा प्रतिष्ठित श्री सीमंधर स्वामी जैन मंदिर व चमत्कारी श्री जिनकुशल सूरि जैन दादाबाड़ी , भैरव सोसायटी में चैत्री पूनम के अवसर पर दादागुरुदेव की बड़ी पूजा हुई ।
श्री सीमंधर स्वामी जैन मंदिर व दादाबाड़ी ट्रस्ट के अध्यक्ष संतोष बैद व महासचिव महेन्द्र कोचर ने बताया कि जैन धर्म में चैत्र पूर्णिमा का विशेष महत्व है, इस दिन 5 करोड़ मुनि भगवंत के साथ श्री पुंडरीक स्वामी ने मोक्ष प्राप्त किया था, इसलिए श्री शत्रुंजय का नाम पुंडरीक गिरी के रूप में विख्यात हुआ ।
महेन्द्र कोचर ने आगे बताया कि आज प्रातः से ही श्रद्धालुओं ने नवपद ओली जी की आराधना क्रिया , चैत्री पूनम की विधि विधान के साथ पूजन चैत्यवन्दन पश्चात दादागुरुदेव की पूजा में बढ़चढ़ कर भाग लिया ।

वर्द्धमान चोपड़ा , दीप्ती बैद , प्रसन्न चोपड़ा , विवेक बैद ने भगवान महावीर जन्मकल्याणक पर बाजे क्षत्रियकुण्ड में बधाई की वीर जन्मे महावीर जन्मे के भजन से भक्ति को भावविभोर कर दिया ।
ट्रस्टी नीलेश गोलछा व टीकम जैन ने बताया कि आगामी वैसाख वदी दशमी 23 अप्रैल को श्री सीमंधर स्वामी जैन मंदिर व चमत्कारी श्री जिनकुशल सूरि जैन दादाबाड़ी , भैरव सोसायटी का अष्टम ध्वजारोहण महोत्सव मनाया जाएगा ।
ट्रस्टी जय सांखला व डॉ योगेश बंगानी ने कहा कि ध्वजा के अवसर पर पंच दिवसीय कार्यक्रम होंगे जिसमें तीन दिन मूक पशु पक्षियों की सेवा व दो दिवसीय पूजा रखी गई है । 22 अप्रैल को 18 अभिषेक महापूजन व 23 अप्रैल को सत्तर भेदी पूजन रखा गया है । विधिकारक श्री विमल जी गोलछा होंगे ।