राजनांदगांव(अमर छत्तीसगढ) 11 जून।
थाना बसंतपुर पुलिस ने म्यूल अकाउंट खाता धारा को किया गिरफ्तार।
म्यूल एकाउण्ट से संबंधित 01 खाता धारक को थाना बसंतपुर पुलिस ने किया गया गिरफ्तार।
खाताधारक अपने बैंक खाता को किराये पर देने, कमीशन पर देने और बेचने का काम करते हैं जिससे सायबर ठग गिरोह के एजेंट कमीशन में लेकर दूर देशों में बैठे सायबर ठग, गेमिग एप्प, गेम्बलिंग एप्प,
फर्जी ट्रेडिंग एप्प एवं विभिन्न प्रकार के सायबर ठगी का काम कर करोड़ों रूपये लोगों से ठगते हैं।
अब म्यूल एकाउट प्रोवाईडर के साथ साथ खाता धारकों पर भी होगी कार्यवाही।
आरोपी –
1- तौहिद खान पिता हफीज खान उम्र 25 साल निवासी तुमडीबोड पुलिस चौकी तुमडीबोड, थाना लालबाग जिला राजनांदगांव।
विवरण – पुलिस मुख्यालय रायपुर का ईमेल आईडी से प्राप्त ईमेल के अवलोकन पर पाया कि एक्सीस बैंक के खाता धारको के द्वारा छल पूर्वक एवं सायबर अपराध से प्राप्त धोखाधड़ी से प्राप्त कुल धनराशि 7.77,599.00 रूपये राशी को छुपाने एवं उपयोग किया गया है रिपोर्ट पर अपराध धारा 317(2), 317(4), 317(5), 111, 3(5) बी एन एस का अपराध घटित होने पर , प्रथम द़ृष्टया अपराध कायम कर विवेचना मे लिया गया । प्रकरण के विवेचना के दौरान जानकारी प्राप्त हुआ कि आरोपी तौहिद खान पिता हफीज खान उम्र 25 साल निवासी तुमडीबोड द्वारा के खाता से उक्त ठगी रकम उसके खाता में ट्रांसफर हुआ है।
सूचना पर आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ किया जो जुर्म करना स्वीकार किया गया। आरोपी के विरूद्व अपराध सबूत पाये जाने से विधिवत् गिर0 कर न्यायिक अभिरक्षा में पेश किया गया। गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ के दौरान पायें गये तथ्यों एवं साक्ष्यों के आधार पर छत्तीसगढ़ के अलावा विभिन्न राज्यों में सक्रिय म्यूल एकाउंट प्रोव्हाईड करने वाले गिरोह की पतासाजी की जा रही है।
उपरोक्त कार्यवाही में निरीक्षक एमन साहू थाना प्रभारी बसंतपुर, उप निरीक्षक नरेश सार्वा, आरक्षक प्रवीण मेश्राम, कुश बघेल, आशीष मानिकपुरी एवं अन्य स्टाफ की अहम भूमिका रही।
“म्यूल अकाउंट” आमतौर पर धोखाधड़ी और साइबर क्राइम से संबंधित उपयोग किया जाने वाला शब्द है। यह ऐसे बैंक अकाउंट है जिसका उपयोग अपराधी अवैध रूप से पैसे ट्रांसफर करने या छिपाने के लिए करते हैं।
राजनांदगांव पुलिस की अपील –
स आम जनता से अपील है कि किसी के कहने पर अपना बैंक खाता, मोबाईल सिम, चेकबुक, एटीएम कार्ड ना देवें। आरोपियों द्वारा इसका उपयोग सायबर ठगी करने के उपयोग में करते हैं।
खाताधारक अपने बैंक खाता को किराये पर देने, कमीशन पर देने और बेचने का काम करते हैं इन बैंक खातों को म्यूल एकाउण्ट कहा जाता है। सायबर ठगों द्वारा इसका उपयोग कर अपने देश में और दूर देशों में बैठ कर गेमिग एप्प, गेम्बलिंग एप्प, फर्जी ट्रेडिंग एप्प, सेक्सट्रासन, डिजिटल एरेस्ट एवं विभिन्न प्रकार के सायबर ठगी का काम कर करोड़ों रूपये लोगों से ठगते हैं।
जिनके नाम से यह बैंक खाता है वह भी सायबर ठगी के अपराधी हैं, इस लिये ऐसे किट/म्यूल एकाउण्ट देने वाले खाताधारक व देश/विदेशों में इन म्यूल एकाउण्ट को प्रोवाईड कराने वालों के विरूद्ध भी अपराध पंजीबद्ध होगा और वे जेल जाने के भागीदार होंगे। इस लिए पुनः लोगों से अपील है कि किसी के कहने पर अपना बैंक खाता, मोबाईल सिम, चेकबुक, एटीएम कार्ड किसी को ना दें।