डोंगरगढ़(अमर छत्तीसगढ़) 24 अप्रैल ।- छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड द्वारा वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए लिफ्ट सिंचाई पंप कनेक्शनों हेतु जारी लक्ष्य निर्धारण (कुल 5025 पंपों तक सीमित) से स्पष्ट है कि सरकार किसानों की जरूरतों और कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को लेकर कितनी असंवेदनशील है।
छत्तीसगढ़ लोधी समाज के प्रदेश कोषाध्यक्ष एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता विष्णु लोधी ने इस आदेश की कड़ी आलोचना करते हुए कहा:
“यह लक्ष्य निर्धारण ‘ऊँट के मुँह में ज़ीरा’ जैसा है। सरकार जिस राज्य में 51,358 सिंचाई पंप कनेक्शन लंबित हैं, वहां सिर्फ़ 5025 पंपों को मंजूरी देना न केवल निराशाजनक है, बल्कि किसानों के साथ एक बड़ा मज़ाक है।”
राज्य के विभिन्न जिलों की स्थिति को देखें तो:
राजनांदगांव में 3941 के बदले केवल 390,
खैरागढ़ छुईखदान गड़ाई में 1506 के बदले 170,
मोहला मानपुर अम्बागढ़ चौकी में 1618 में 180,
कबीर धाम में 1798 में 200,
मुंगेली मे 2415 में 275,
कांकेर में 3942 लंबित पंपों के विरुद्ध मात्र 300 की मंजूरी,
कोण्डागांव में 8367 लंबित और मात्र 770 की स्वीकृति,
बेमेतरा जैसे कृषि प्रधान जिले को सिर्फ़ 330 का लक्ष्य,
दुर्ग जैसे क्षेत्र को भी सिर्फ 100 पंपों की स्वीकृति दी गई है,
यह आंकड़े दर्शाते हैं कि सरकार की योजना कितनी अपर्याप्त और असंतुलित है।
विष्णु लोधी ने सरकार से यह मांग की:
- लंबित कनेक्शनों की वास्तविक स्थिति को ध्यान में रखते हुए नया लक्ष्य तय किया जाए।
- कम से कम 50% से अधिक लंबित कनेक्शनों को इस वर्ष पूर्ण किया जाए।
- प्राथमिकता में गरीब और छोटे किसानों को रखा जाए।