फरसगांव(अमर छत्तीसगढ़) 2 मई। छत्तीसगढ़ के फरसगांव पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पांच महीनों से फरार चल रहे गांजा तस्कर आरोपी दीपांकर व्यापारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। विश्वसनीय सूचना के आधार पर पुलिस ने सटीक कार्रवाई करते हुए आरोपी के सिंगारपुरी कैंप स्थित निवास पर दबिश दी, जहां से उसे धर दबोचा गया।
गिरफ्तारी के दौरान आरोपी के कब्जे से 25 हजार रुपए नगद तथा दो मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए फरसगांव पुलिस टीम और डॉग स्क्वॉड ने संयुक्त रूप से आरोपी के घर की गहन तलाशी शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि दीपांकर व्यापारी पिछले कई महीनों से फरसगांव थाना क्षेत्र में गांजा तस्करी के मामलों में वांछित था और गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार ठिकाने बदल रहा था। फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।
वहीं छत्तीसगढ़ के भिलाई में 2 अप्रैल बुधवार को गांजा तस्करी मामले में दो आरक्षक और दो युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया था। आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने एनडीपीएस के तहत जुर्म दर्ज किया। घटना का खुलासा करते हुए एसपी जितेन्द्र शुक्ला और एएसपी सुखनंदन राठौर ने बताया कि, 30 मार्च 2025 रात को फ्लाई ऐश रोड पुरैना में भिलाई तीन पुलिस के डायल 112 ने एक कार सीजी 22 एसी 5656 से भारी मात्रा में गांजा जब्त किया था। वाहन के भीतर तीन बोरी में 1 लाख 11 हजार 500 रुपए कीमत का 18.792 किलोग्राम गांजा बरामद हुआ।
वहीं एक बोरी गांजा को दूसरी जगह छिपाकर दो बोरी गांजा जब्ता दिखाया था। थाने लाने पर वाहन में सवार दोनों गांजा तस्करों से पूछताछ करने पर अपना नाम जोन 1 खुर्सीपार धीरेंद्र शर्मा, गायत्री नगर भिलाई तीन युवराज मेहता बताया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में युवकों ने पुलिस को बताया एक बोरी गांजा पुलिस वालों ने गायब किया है।
एसपी ने बताया कि, जब आरोपियों का मेमोरंडम बयान लिया गया तो उन्होंने बताया कि वाहन में तीन बोरी गांजा रखा हुआ था। जिस पुलिस वाले ने वाहन जब्त की, उसने दो बोरी गांजा को जब्ती में दिखाया है। जो एक लाल रंग की बोरी को गायब कर दिया। उसके भीतर तीन पैकेट में 2-2 किलोग्राम के गांजा था। आरोपियों ने बताया कि डायल 112 में तैनात पुलिस आरक्षक विजय धुरंधर और डायल 112 चालक अनिल कुमार टंडन ने गांजा की बोरी को निकालकर अपने वाहन में डाल लिया था। खुलासे में सीएसपी छावनी हरिश पाटिल, मिलाई तीन थाना प्रभारी महेश ध्रुव मौजूद थे।