राजनांदगांव(अमर छत्तीसगढ) 31 मई: भारत के भावी कर्णधार हो रहे तैयार । बच्चे ही भारत के भविष्य है जिस तरह एक पौधे को समय-समय पर जल से सींचना, खाद डालना देखभाल करके पोषित करते है और वह पौधा बढ़ा होकर वृक्ष बन हमारी जरूरतों को पूरा करता है फल देता है छांव देता है ऐसे ही बाल्यवस्था में बच्चों को अच्छे संस्कार से रोपित करते है तो बच्चे बड़े होकर देश, समाज एवं भारत की नींव को मजबूती प्रदान करते है तथा शसक्त राष्ट्र का निर्माण होता है ।
यही संस्कार पूज्य संत श्री आशारामजी बापू ने पिछले 60 वर्षो से बच्चों को देते आ रहे है । इस वर्ष भी श्री योग वेदांत सेवा समिति, बाल संस्कार विभाग के द्वारा बच्चों के अंदर अच्छे संस्कार व आत्मिक उन्नति के लिए 25 से 31 मई सात दिवशीय विद्यार्थी शिविर का आयोजन किया गया । जिसमे 250 से अधिक विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया ।

श्री योग वेदांत सेवा समिति राजनांदगांव के अध्यक्ष रोहित चंद्राकर व कोषाध्यक्ष टी.के.चंद्राकर ने बताया कि विद्यार्थियों के नैतिक, चारित्रिक विकास हो तथा सर्वांगीण विकास हो इस उद्देश्य से यह शिविर लगाया गया ।
अनुष्ठान शिविर के सफल आयोजन में समिति के रोहित चंद्राकर, टी.के.चंद्राकर, नम्मू साहू, दिलीप साहू, दलेश्वर साहू, जीत साहू, हीरा वर्मा, राजू भाई, भोजेस्वर साहू, एरिना चंद्रवंशी, तृप्ति वैष्णव, संगीता साहू, एकता अनवानी (गोंदिया), सरिता चक्रधारी, पूजा साहू, ममता साहू, चंचल साहू, चांदनी, खिलेस्वरी, वंदना दीदी, गायत्री यादव, रुही दीदी, सावित्री साहू, एकता, अंजू, खिलेस्वरी, लुमती बहन, लक्ष्मी बहन आदि का विशेष सहयोग रहा साथ ही डोंगरगढ़, डोंगरगांव, मोहला-मानपुर, चौकी, गंडई, खैरागढ़ समिति के पदाधिकारियों का भी सहयोग रहा ।
