सरगुजा(अमर छत्तीसगढ) 31 मई। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में जीएसटी की छापेमार कार्रवाई से व्यापारियों में हड़कंप मच गया है। टैक्स चोरी की शिकायत पर जीएसटी की टीम ने रिंग रोड स्थित लक्ष्मी ट्रेडर्स की दुकान में छापा मारा है। 6 महीने के अंदर जीएसटी ने तीसरी बार लक्ष्मी ट्रेडर्स के यहां छापेमार कार्रवाई की है। इस छापेमारी से आक्रोशित शहर के व्यापारियों ने कार्रवाई का विरोध किया है।
स्टेट जीएसटी विभाग ने कर चोरी के मामलों में कार्रवाई करते हुए मेसर्स बंसल ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन और मेसर्स लक्ष्मी ट्रेडर्स की भी जांच की है। जांच में बंसल ट्रेडिंग का टर्नओवर 158 करोड़ और लक्ष्मी ट्रेडर्स का 96 करोड़ पाया गया, लेकिन दोनों ने नगद कर भुगतान या तो शून्य या नगण्य किया।

बंसल ट्रेडिंग ने बोगस बिलिंग कर इनपुट टैक्स का गलत लाभ उठाया, वहीं लक्ष्मी ट्रेडर्स ने भी खरीद-बिक्री में बड़ा अंतर दिखाया। दोनों व्यवसायियों ने गलती स्वीकार की, जिसमें एक ने 40 लाख देने की मंशा जताई और दूसरे ने 17.55 लाख रुपये कर जमा किया। विभाग ने दस्तावेजों की जांच जारी रखी है।
व्यापारियों ने जीएसटी की टीम पर अवैध वसूली और जबरन परेशान करने का आरोप लगाया है। कार्रवाई पर विराम नहीं लगने पर दुकानें बंद कर चाबी जीएसटी अधिकारी को देने की बात भी कही है। चैंबर ऑफ कॉमर्स के जिला अध्यक्ष अजीत अग्रवाल ने कहा, जीएसटी की छापेमार कार्रवाई से व्यापारी आर्थिक, मानसिक, शारीरिक हर रूप से परेशान हैं।
निष्कर्ष अभी तक कुछ नहीं निकल पाया है। प्रथम दृष्टया व्यापारी से कोई गलती होती है तो उसे सुधार करने की समझाइश देनी चाहिए। इसके बाद भी कुछ गलती करते हैं तो कार्रवाई करें, इसमें कोई भी व्यापारी नहीं बोलेगा।
छापेमारी से परेशान होकर आत्महत्या ही बचा विकल्प- अध्यक्ष
चैंबर ऑफ कॉमर्स के जिला अध्यक्ष अजीत ने कहा, जीएसटी नियम में इतने संशोधन हुए हैं कि सीए को भी ठीक से जानकारी नहीं है तो व्यापारी को कहां से नियम मालूम रहेंगे। इसके लिए जीएसटी न कोई कार्यशाला लगाती है न व्यापारियों के साथ बैठक करते हैं। सीधे व्यापारियों के यहां धावा बोला जाता है और अवैध वसूली की जाती है। लक्ष्मी ट्रेडर्स में 6 माह में तीसरी बार छापा पड़ने से व्यापारी परेशान होकर आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो गया है।
कैट के प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा – गलत तरीके से कार्रवाई न हो
कैट के प्रदेश उपाध्यक्ष रविंद्र तिवारी ने कहा, कोविड के बाद से व्यापारी वर्ग आर्थिक रूप से टूट चुके हैं। वहीं जीएसटी के अधिकारी अवैध वसूली करने में लगे हैं, अनाप-शनाप पैनाल्टी थोपा जा रहा है, इससे व्यापारी वर्ग परेशान हैं। जीएसटी अधिकारी से मुलाकात कर हमने अपनी बात रखी है कि गलत तरीके से कार्रवाई न हो. छापेमारी के नाम पर परेशान न करें।