ये मंदिर करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र…….रुट बदलने पर कलेक्टर पर नाराज हुवे सी एम कहा पुराने रूट से ही निकलेगी ज्योति कलश यात्रा

ये मंदिर करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र…….रुट बदलने पर कलेक्टर पर नाराज हुवे सी एम कहा पुराने रूट से ही निकलेगी ज्योति कलश यात्रा



(जितेंद्र जैन “जीतू”)
राजनांदगांव(अमर छत्तीसगढ़)/5/अप्रेल/ धर्म नगरी डोंगरगढ़ में माँ बम्लेश्वरी मन्दिर में ज्योति विसर्जन के रूट में जिला प्रशासन के द्वारा बदलाव किये जाने की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री ने कलेक्टर राजनांदगांव पर नाराजगी जताते हुवे ज्योति विसर्जन के कार्यक्रम को पुराने रूट पर रखे जाने की बात मंदिर समिति से कही।
मुख्यमंत्री आज दोपहर 1बजे डोंगरगढ़ माँ बम्लेश्वरी देवी के दर्शन करने पहुचे थे।दर्शन के पश्चात मन्दिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सर्व श्री नारायण अग्रवाल, कोषाध्यक्ष विरधी चंद भंडारी,मंत्री नवनीत तिवारी सहित ट्रस्टी गण सर्व श्री विनोद तिवारी, गोविंद चोपड़ा, सुभाष पचेरी वाला,संजय अग्रवाल, हरीश भंडारी सहित डोंगरगढ़ की धर्म प्रेमी संस्था श्री हुनमान भक्त के सदस्यों ने मुख्यमंत्री को कलेक्टर का आदेश दिखाते हुवे इस वर्ष रूट बदले जाने की शिकायत करते हुवे उसे पूर्व की तरह यथावत रखने की मांग की। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कलेक्टर राजनांदगांव के आदेश पर हैरानी और नाराजगी जताते हुवे कहा कि प्रशासन को पुराने रूट से क्या परेशानी है।उन्होंने कहा कि ये मंदिर करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र हैं।और यहाँ की वर्षो पुरानी ज्योति विसर्जन के रूट की परम्परा पूर्व की तरह ही चलती रहेगी। उन्होंने पास खड़े आई जी को निर्देश दिया कि प्रशासन को बता दो यहाँ ज्योति विसर्जन का कार्यक्रम पूर्व की तरह ही होगा। इसी के साथ पिछले कई दिनों से मन्दिर ट्रस्ट और जिला प्रशासन के बीच ज्योति कलश विसर्जन यात्रा के रूट को लेकर चला आ रहा विवाद खत्म हो गया। मन्दिर समिति के अध्यक्ष नारायण अग्रवाल सहित सभी पदाधिकारियों एवं ट्रस्टियों ने ज्योति विसर्जन के रूट की वर्षों पुरानी परंपरा को बरकरार रखने के लिये मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया।
ज्ञात रहे कि 30 मार्च को डोंगरगढ़ स्थित छीर पानी मे कलेक्टर की अध्यक्षता में नवरात्र पर्व को लेकर एक बैठक आहूत की गई थी। जिसमें डोंगरगढ़ के अनुविभागीय अधिकारी(पुलिस) कृष्ण कुमार पटेल ने कानून व्यवस्था का हवाला देते हुवे इस वर्ष ज्योति कलश विसर्जन यात्रा के रूट में बदलाव करने का सुझाव दिया था। जिसके चलते कलेक्टर राजनांदगांव ने 2 अप्रैल को रूट बदलने का आदेश मन्दिर समिति को दिया था।जिसके चलते विवाद की स्थिति निर्मित हो रही थी। उक्त जानकारी मंदिर समिति के अध्यक्ष नारायण अग्रवाल ने दी ।

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