बिलासपुर(अमर छत्तीसगढ़) । भारतीय जैन संघटना बिलासपुर ज़ोन एवं जीवाश्रय बिलासपुर के संयुक्त के तत्वाधान में एवं सकल जैन समाज बिलासपुर के सहयोग से घुटनों एवं जोड़ से संबंधित समस्याओं का निःशुल्क परामर्श एवं निदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में अहमदाबाद के सुप्रसिद्ध शैल्बी हॉस्पिटल के चिकित्सक डॉ . रोहित टोपनो, डॉ. एन. एम. सोरेन, डॉ. धिरेन मांकड़, कमलेश मिश्रा उपस्थित रहे। साथ ही बिलासपुर से फिजियोथेरेपिस्ट सुश्री दिव्या उपाध्याय ने भी अपनी सेवाएं दी।
16 अप्रेल शनिवार को प्रातः 9.30 बजे जैन भवन टिकरापारा में शिविर का शुभारंभ हुआ।
शिविर में भारतीय जैन संघटना बिलासपुर के समस्त चैप्टर्स के सदस्यों के अलावा भारतीय जैन संघटना के राज्य स्तर से रायपुर से मनोज लुंकड़, शिल्पा नाहर, लोकेश चंद्रकांत जैन, विजय गंगवाल भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के शुभारंभ में विशेषज्ञों ने कहा कि यह कोई बीमारी नहीं है, यह तो एक मेकेनिकल प्रकिया है जो उम्र बढ़ने के साथ-2 होना स्वाभाविक है, इसलिए डरने की जरूरत नहीं है। कुछ सावधानियों को अपनाकर इससे बचा जा सकता है। शिविर में बिलासपुर के साथ-साथ अकलतरा, नैला, कोरबा, पेंड्रा, अमरकंटक, रायगढ़, दुर्ग से लगभग 200 लोगों ने जांच कराकर चिकित्सकों से परामर्श लिया। विशेषज्ञों की सलाह से शिविर में पधारे सभी लोग बहुत ही संतुष्ट हुए।
शिविर के समापन की शुरुआत अतुल्या कोचर के द्वारा प्रस्तुत मंगलाचरण से हुई। समारोह का संचालन आँचल जैन और प्रकृति जैन ने किया। इस अवसर पर भारतीय जैन संघटना बिलासपुर ज़ोन द्वारा समस्त चिकित्सकों, अतिथियों एवं जैन समाज बिलासपुर के सभी पंथों के अध्यक्षों का इस कार्यक्रम को सफल बनाने में दिये सहयोग हेतु स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन भारतीय जैन संघटना बिलासपुर ज़ोन के अध्यक्ष अमित जैन ने दिया।
कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सक डॉ. धीरेंद्र मांकड़ ने बताया कि बढ़ती उम्र के साथ हड्डियों में घिसावट के कारण जोड़ों में दर्द की समस्या उत्पन्न होती है. सही समय में चिकित्सकीय परामर्श और फिजियोथेरेपी से काफी हद तक दर्द दूर हो सकता है और सर्जरी से बचा जा सकता है. उन्होंने विषम परिस्थिति में उपचार नहीं मिल पाने की स्थिति में शेल्बी हॉस्पिटल अहमदाबाद की तरफ से नि:शुल्क वित्तीय सहायता देने की बात कही.
भारतीय जैन संघटना के बिलासपुर प्रभारी एवं प्रदेश सचिव अमरेश जैन ने बताया कि इस शिविर में मध्य प्रदेश के अमरकंटक, शहडोल कटनी और छत्तीसगढ़ के, रायगढ़, सक्ती, कोरबा, दुर्ग एवं बिलासपुर के करीब 200 लोगों की जांच की गई एवं चिकित्सकीय परामर्श प्रदान किया गया.
इस अवसर पर भगवान दास सुतारिया अध्यक्ष श्री दशा श्रीमाली स्थानकवासी जैन संघ, विमल चोपड़ा अध्यक्ष श्री जैन श्वेतांबर श्रीसंघ, वीर कुमार जैन अध्यक्ष जैन सभा बिलासपुर, सुरेंद्र मालू अध्यक्ष तेरापंथ जैन समाज, डॉ. अरिहंत जैन, आई सी बैदमुथा, विनोद लुनिया, अजय छाजेड़, संजय छाजेड़, डॉ. अमित जैन, मेहुल छल्लानी, शितेष बैदमुथा, तुषार मेहता, अमित मेहता, भारती तेजानी, संगीता चोपड़ा, आंचल जैन राकेश तेजानी, ऋतु जैन, डॉ. सुप्रीत जैन, गौरव जैन, संगीता चोपड़ा उपस्थित रहे।
इस आयोजन को सफल बनाने में अमरेश जैन, राजू भाई तेजानी, प्रवीण कोचर, मनीष शाह, अमित जैन, आँचल जैन, राकेश तेजानी, प्रकृति जैन, सीमा जैन का अतुलनीय योगदान रहा।