राजनांदगांव। (अमर छत्तीसगढ़) स्थानीय सिनेमा लाइन का नाम अब अणुव्रत मार्ग के नाम से जाना जाएगा। महापौर श्रीमती हेमा देशमुख के मुख्य आतिथ्य में संपन्न संक्षिप्त कार्यक्रम में बड़ी संख्या में जैन समाज के साथ ही विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के नेता इत्यादि उपस्थित थे। कल से मानव मंदिर चौक में अणुव्रत मार्ग की पट्टिका का अनावरण हुआ।
संक्षिप्त समारोह को संबोधित करते हुए महापौर श्रीमती हेमा देशमुख ने कहा कि आचार्य श्री महाश्रमण का आगमन हुआ था उस दौरान जैन समाज के लोग उनसे मिले और शहर के किसी एक मार्ग का नाम अणुव्रत मार्ग रखने का अनुरोध किया ताकि यह याद चिरस्थाई रह सके। उन्होंने बताया कि नगर निगम के सामान्य सभा में यह विचार रखा गया और सबने मिलकर इसकी सहमति दी।
इससे पूर्व कार्यक्रम का संचालन करते हुए इंदरचंद कोठारी ने कहा कि अणुव्रत आचार्य श्री तुलसी के सभी समाज के लिए विचार थे और इस बारे में समाज के सभी लोगों को जानना चाहिए। तेरापंथ सभा के अध्यक्ष राजेंद्र सुराणा ने भी अपने विचार रखते हुए कहा कि गत चार मार्च 2021 को तेरापंथ धर्म संघ के 11 वें आचार्य श्री महाश्रमण जी नगर पधारे थे। उनके आगमन की याद को चिरस्थाई बनाए रखने के लिए महापौर श्रीमती हेमा देशमुख ने सिनेमा लाइन को अणुव्रत मार्ग नामकरण करने की घोषणा की थी। इस मार्ग के नामकरण के लिए पट्टिका का कल अनावरण किया गया।
सकल जैन श्री संघ के अध्यक्ष नरेश डाकलिया ने कहा कि अणुव्रत मार्ग का नाम केवल कागजों तक ही सीमित ना रह जाए बल्कि यह व्यवहार में भी आए और यहां के व्यापारी अपने पत्र व्यवहार में अणुव्रत मार्ग का उल्लेख करें। पद्मश्री पुखराज बाफना ने कहा कि अणुव्रत मार्ग एक सराहनीय पहल है और यह सभी समाज के लोगों के लिए है। उन्होंने आचार्य तुलसी की बातों को याद करते हुए कहा कि आचार्य तुलसी ने कहा था कि वे संप्रदाय से हैं किंतु वे संप्रदाय में नहीं हूं। अणुव्रत की भावना व्यापक है । इसके अनुसार किसी छोटे से छोटे प्राणी से भी अनावश्यक हिंसा न की जाए और जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चला जाए। अणुव्रत का पालन सभी धर्म एवं समाज के लोगों को करना चाहिए। संबोधन से पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ तेरापंथ महिला मंडल के मंगलाचरण से हुआ।
पट्टिका अनावरण के पश्चात उपस्थित जैन समाज के लोग मानव मंदिर से लेकर आजाद चौक तक पदयात्रा कर दुकानदारों से अपने पत्र व्यवहार में तथा अपनी दुकान की बोर्ड में अणुव्रत मार्ग करने का अनुरोध किया। कार्यक्रम में सुशील कोठारी , तेरापंथ सभा के उपाध्यक्ष शैलेंद्र कोठारी, सचिव विनय डड्ढा, भवन प्रभारी दीपक कोठारी , पार्षद अमीन हुड्डा, मधुकर बंजारी, मूर्तिपूजक संघ के ट्रस्टी राजेंद्र कोटडिया ( गोमा ), पंकज बांधव, सूर्यकांत जैन, शंकर कोठारी, ज्ञानचंद बाफना, उत्तम बाफना, बालचंद पारख, ओम कांकरिया, संजय छाजेड़, संजय गोलछा, अशोक मोदी, प्रकाश श्रीश्रीमाल, संजय श्रीश्रीमाल, तेरापंथ महिला मंडल की अध्यक्ष श्रीमती प्रभा जैन एवं महिला मंडल की सदस्याएं, तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष सौरभ सुराणा , विजय कांकरिया, संतोष कोठारी, संतोष कांकरिया, शांतिलाल सुराणा, महेंद्र सुराणा सहित बड़ी संख्या में तेरापंथ समाज एवं सकल जैन संघ के लोग एवं आमजन उपस्थित थे।