बिलासपुर (अमर छत्तीसगढ़) बुधवार दिनांक 25 मई 2022 को आदिवासी समाज के आह्वान पर ग्राम तूएगोंदी, थाना गुंडरदेही, जिला बालोद, छत्तीसगढ़ में आदिवासियों पर हुए हमलों को लेकर बालोद जिला बंद का आह्वान किया गया था, इसी दौरान मंच से छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल के द्वारा अल्पसंख्यक एवं अहिंसक जैन समाज के धार्मिक गुरुओं के खिलाफ अभद्र, अनर्गल एवं बहुत ही अशोभनीय शब्दों का प्रयोग करते हुए जैन समाज का अपमान किया। जैन समाज ने इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज करायी है। जैन समाज द्वारा मामले को लेकर जगह-जगह विरोध किया जा रहा है। ऐसी कड़ी में सकल जैन समाज बिलासपुर में भी विरोध प्रदर्शन किया।
सकल जैन समाज बिलासपुर के पुरुष, महिलाएं बड़ी संख्या में नेहरू चौक स्थित विकास भवन के पास एकत्रित हुए और रैली के रूप में जिलाधीश कार्यालय पहुँचकर जिलाधीश बिलासपुर के माध्यम से महामहिम राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर तत्काल एफआईआर कर गिरफ्तारी की मांग की।
समाज के महेंद्र जैन ने कहा कि अहिंसा का पाठ पढ़ाने और आपसी प्रेम सदभावना एवं भाईचारा बढ़ाने का संदेश देने वाले जैन मुनियों पर इस तरह की टिप्पणी करना निंदनीय है। उन्होंने कहा कि अहिसंक जैन समुदाय के गुरूओं एवं समाज के खिलाफ अनर्गल, अभद्र शब्दों का प्रयोग करते हुए अपमान किया जाना घोर निंदनीय है। जिसे कतई सही नहीं माना जा सकता।
जैन सभा अध्यक्ष वीर कुमार जैन ने कहा कि पूरे संसार में अहिंसा का संदेश देने वाले, आपसी प्रेम-सद्भावना के साथ भाईचारे के जिओ और जीने दो के सिद्धांत पर चलने वाले जैन समाज और उनके मुनियों के प्रति बेवजह, झूठी वाही वाही लुटने वाले की मानसिकता निश्चित ही गलत है। इस कृत्य के लिए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए।
श्री जैन श्वेतांबर श्री संघ अध्यक्ष विमल चोपड़ा ने कहा कि इससे समाज के लोगों को काफी मानसिक पीड़ा पहुंची है। इस प्रकार के कृत्य करने वालों पर सख्त कार्यवाही नहीं हुई तो ओछी मानसिकता वालों के हौसले बढ़ेगे। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, मुख्य सचिव अमिताभ जैन जैसे प्रतिष्ठित जनों को इस मामले में स्वयं संज्ञान लेकर दोषियों पर सख्त कार्यवाही करवानी चाहिए।
ज्ञापन के माध्यम से जिलाधीश के मार्फत छत्तीसगढ़ राज्य के राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री से निवेदन करते हैं कि ऐसे कुकृत्य करने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाए एवं शीघ्रातिशीघ्र गिरफ्तारी की जाए।
सरकार यदि इस कुकृत्य को रोकने में विफल होती है या किसी भी कार्यवाही में कोई कमी प्रदर्शित करती है तो सकल जैन समाज, भारतवर्ष एकजुट होकर स्वयं से ही इस विषय का संज्ञान लेते हुए आवश्यक कार्यवाही करेगा।