15 दिवसीय आवासीय बालिका संस्कार शिविर के 11वे दिन बालिकाओं ने लिए विविध धार्मिक नियम एवं संकल्प…….स्मार्ट गर्ल ट्रेनर एवं प्रेरक वक्ता संजय सिंगी ने सिखाएं बच्चों को परिवार के साथ रहने के गुर…….मुंबई से आए सुप्रसिद्ध संगीतकार वैभव दोशी ने दी चरित्र वंदनावली कार्यक्रम में संगीतमयी प्रस्तुति

15 दिवसीय आवासीय बालिका संस्कार शिविर के 11वे दिन बालिकाओं ने लिए विविध धार्मिक नियम एवं संकल्प…….स्मार्ट गर्ल ट्रेनर एवं प्रेरक वक्ता संजय सिंगी ने सिखाएं बच्चों को परिवार के साथ रहने के गुर…….मुंबई से आए सुप्रसिद्ध संगीतकार वैभव दोशी ने दी चरित्र वंदनावली कार्यक्रम में संगीतमयी प्रस्तुति

रायपुर (अमर छत्तीसगढ़) छत्तीसगढ़ जैन समाज के समाज सेवी संस्था दादा री टोली द्वारा जैन साध्वी स्नेहयशा श्री जी म.सा.के सानिध्य में आयोजित कैवल्यधाम तीर्थ कुम्हारी में राष्ट्रीय स्तर के 15 दिवसीय आवासीय बालिका संस्कार शिविर के 11 दिन की सुबह की शुरुआत बालिकाओं ने आदिनाथ भगवान के साथ 24 मंदिरों के दर्शन वंदन करते हुए नवाणु यात्रा के साथ की। स्मार्ट गर्ल ट्रेनर एवं प्रेरक वक्ता संजय सिंगी ने सिखाएं बच्चों को परिवार के साथ रहने के गुर ।

संस्था के सदस्य एवं शिविर प्रभारी नितिन जैन ने जानकारी देते हुए बताया की प्रातः 4 बजे सभी बालिकाएं उठकर स्नान ध्यान आदि क्रिया सम्पन्न कर गुरु भगवंतों के सानिध्य में जयघोष नारो एवं गीतों के साथ यात्रा हेतु निकल पड़ते हैं।
11वे दिवस के पहले सत्र में जैन परंपरा में साधु बनने वाले महान आत्माओं के चरित्र वंदनावली का कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें मुंबई से पधारे सुप्रसिद्ध संगीतकार वैभव दोशी एवं संचालक अतुल शाह ने अपने भाव भरी प्रस्तुति दी इस कार्यक्रम में अनेकों बालिकाओं नें चरित्र वंदनावली कार्यक्रम में रात्रि भोजन निषेध,जमीकंद का त्याग, एकासना, उपवास, ब्रम्हचर्य सहित विविध प्रकार के त्याग नियम गुरु महाराज से अंगीकार किया। 15 दिवसीय आवासीय बालिका संस्कार शिविर के 11वे दिन बालिकाओं ने लिए विविध धार्मिक नियम एवं संकल्प

कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में भारतीय जैन संघटना के राष्ट्रीय सचिव प्रेरक वक्ता संजय सिंगी ने परिवार में बच्चों और बालकों के मध्य निरंतर बढ़ते जनरेशन गैप पर व्याख्यान दिया जिसमें उन्होंने बच्चों को निरंतर अपने परिवार से संवाद करते हुए मित्रवत व्यवहार बनाए रखने का संदेश दिया। कार्यक्रम के तीसरे सत्र में जैन धर्म के पूजा पाठ विधि अनुष्ठान में प्रतिदिन काम आने वाले गवली निर्माण और भजन स्तवन के प्रस्तुति के संबंध में भी बच्चों को ट्रेनर पूजा बैद के द्वारा जानकारी प्रदान की गई। 11वें दिवस के चौथे सत्र में बालिकाओं के लिए संगीतमयी अंताक्षरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें उपस्थित 300 से भी अधिक बालिकाओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया।

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