सैकड़ों बोल बम कांवरिये मनोकामना की पूर्ति हेतु चढ़ाएंगे जल
50000 से भी अधिक श्रद्धालु मेले में होंगे शामिल एवं 10000 से भी अधिक लोगों का होगा भंडारा
महासमुंद (अमर छत्तीसगढ़) जिले के ब्लॉक बागबाहरा के अंतर्गत कोमाखान-छुरा राज्यमार्ग पर कोमाखान से 5 km दूरी पर ग्राम पंचायत कसेकेरा स्थित अति प्राचीन शिव मंदिर महादेवा धाम में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी श्रावण मास के अंतिम सोमवार प दिनांक 8 अगस्त (सोमवार) को विशाल मड़ाई मेला एवं महाभण्डारे का आयोजन होगा।
संस्था के सचिव नितिन जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि महादेवा धाम तीर्थ में 250 वर्ष से भी प्राचीन स्वयंभू शिवलिंग है । जिसे बिजेश्वर नाथ महादेव के नाम से अंचल के साथ-साथ पूरे छत्तीसगढ़ में जाना जाता है। यहां की एक मान्यता सर्वविदित है कि नि:संतान दंपतियों को यहां श्रद्धा-आस्था पूर्वक दर्शन वंदन करने से संतान की प्राप्ति होती है। सावन मास के पावन पर्व पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुगण दूर दूर से पहुंचकर दर्शन वंदन कर अपनी श्रद्धा आस्था भाव को प्रकट कर रहे हैं।
सैकड़ों की संख्या में प्रत्येक सोमवार बोल बम कांवरिया अपनी मनोकामना के साथ उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं।मेला एवं भंडारे के साथ-साथ विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भजन एवं झांकी की प्रस्तुति आदि इस महोत्सव की शोभा में चार चांद लगाएंगे।
प्रातः4 बजे से लेकर रात्रि 12 बजे तक मंदिर में दर्शन वंदन एवं अभिषेक कार्य चलते रहेंगे,चार प्रहर की विशेष पूजा के साथ भक्त शिव जी की आराधना करेंगे।
समय के साथ साथ महादेवा धाम से जुडने वाले भक्तों के सहयोग से यहां पर निर्माण एवं विकास कार्य निरंतर प्रारंभ है।पंचमुखी हनुमान मंदिर का निर्माण करने के पश्चात इस वर्ष प्राचीन शिव मंदिर का जीर्णोद्धार कार्य भी पूर्ण हुआ एवं आगामी समय में राधा कृष्ण मंदिर का निर्माण कार्य भी गतिमान होने वाला है। महादेवा धाम पहुंच मार्ग का वर्तमान स्वरूप कच्चा मुरमी सड़क है जिसे की शासन से डामरीकरण सड़क बनाने की मांग की गई है।
महासमुंद जिले के अनेक शिवभक्तों के क्रम में क्षेत्र के अनेक जनप्रतिनिधि भी यहां आकर इस पावन अवसर के साक्षी बनते हैं।महादेवा धाम संस्थान एवं आयोजन समिति के सदस्यों ने कोरोना संबंधी दिशानिर्देशों का पालन करते हुए महाशिवरात्रि के इस मेले में श्रद्धालुओं से भाग लेने की अपील की है।