दुर्ग (अमर छत्तीसगढ़) विगत 1 माह से लगातार उपवास करते हुए वर्तमान वर्धमान छतीसाबोहरा एवं युक्ति छतीसाबोहरा ने मासक्षमण का तप पूर्ण किया ।
आज उनका भव्य वर्ग घोड़ा शोभायात्रा गंजपारा होते हुए मांगा सलाम बांधा तालाब दुर्ग से जय आनंद मधुकर रतन भवन आनंद समवशरण पहुंचे जहां इन तपस्वीयो ने युवाचार्य श्री से संकल्प लिया ।
प्रचार प्रसार प्रमुख नवीन संचेती ने बताया कि तपस्या करते हुए दोनों पति-पत्नी ने एक दूसरे की अनुमोदना करते हुए एक दूसरे के सहयोग से यह बड़ी तपस्या पूर्ण की युवाचार्य भगवंत श्री महेंद्र ऋषि जी छत्तीसगढ़ प्रवर्तक श्री रतन मुनि जी के आशीर्वाद एवं परिवारिक सदस्यों के अभूतपूर्व सहयोग से यह तपस्या निर्विघ्नं संपन्नता की ओर अग्रसर है।
लगातार एक माह तक सिर्फ गर्म पानी वो भी सूर्यास्त पूर्व तक पीकर यह तपस्या करना बहुत बड़ा कार्य है।
यूवाचार्य भगवंत श्री महेंद्र ऋषि जी ने धर्म सभा में इन तपस्वीयो की अनुमोदना करते हुए इनके मंगलमय उज्जवल भविष्य की कामना की युवाचार्य भगवंत तप की महिमा पर प्रकाश डालते हुए कहा तप की नियमित आराधना से मन और व्यक्तित्व प्रभावित होता है संयमित जीवनशैली बिना किसी राग द्वेष कष्ट के साथ संचालित होती है और जीवन के अंदर समभाव भावना जागृत होती है ।
50 तेले की भेंट तपस्वीयो के सम्मान में
श्रमण संघ स्वाध्याय मंडल सलमान संग महिला मंडल एवं परिवार एवं संघ समाज के सदस्य सदस्यों ने मिलकर 50 तेले मिलकर तो तपस्वीयो के सम्मान में भेट की है
यह तीन उपवास की तपस्या प्रयुषण पर्व पर करनी है