राजनांदगांव। (अमर छत्तीसगढ़) जिले के तीन विधानसभा क्षेत्र क्रमश: डोंगरगढ़, डोंगरगांव, खैरागढ़ के अंतर्गत आने वाले डोंगरगढ़ विकासखंड के कई ग्रामों में ग्राम पंचायतों के सरपंच मनरेगा व अन्य कार्यों के भुगतान को लेकर परेशान है। अपने ग्राम विकास व जनहित के कार्यो के निर्माण को लेकर बजट के आभाव में क्षण, सीमेंट आपूर्ति करने वाले ठेकेदार उन्हें भुगतान के लिए परेशान कर रहे हैं। कुछ सरपंच तो अपने घर से भी राशि लगाकर परेशान है। वहीं दूसरी ओर डोंगरगांव विधानसभा क्षेत्र के डोंगरगढ़ जनपद पंचयात के अंतर्गत आने वाले ग्राम मुसराकला के सरपंच कांवल निर्मलकर को जनपद पंचायत का मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने नोटिस जारी कर सरपंच को कहा है कि सामुदायिक पशुधन आश्रय भवन निर्माण (गौठान कार्य) स्वीकृति के बाद निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है। तीन दिन के भीतर जवाब मांगा है। अन्यथा कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है। सरपंच निर्मलकर ने कहा कि इसका जवाब सोमवार को कार्यालयीन अवधि में देंगे। सरपंच का कहना है कि बारिश हो रही है तथा गौठान के लिए जो स्थल चयन किया गया है। वहां व्यवहार न्यायालय की स्थापना हेतु पंचायत प्रस्ताव भेज चुका है। फिर भी नये स्थान चयन कर इस दिशा में पहल की जावेगी। उन्होंने कहा मनरेगा भुगतान में विलंब की वजह से निर्माण कार्य पूर्ण कराने में दिक्कत आ रही है। ठेकेदार व सप्लायर लोहा सीमेंट का पहला पैसा मांग रहे हैं। सरपंच निर्मलकर ने कहा कि इस संबंध में क्षेत्रीय विधायक एवं जिला पंचायत सदस्य महेन्द्र यादव को बता चुके हैं तथा गौठान निर्माण कराने के लिए रोड भी बन चुका है। वैसे भी लगातार बारिश हो रही है। खेती किसानी का काम भी चल रहा है।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा छत्तीसगढ़ ओलंपिक गत 6अक्टूबर को प्रदेश भर में प्रारंीभ हो चुका है। यह सब राजीव मितान योजना के तहत होना है। लेकिन लंबे समय से चलने वाले छत्तीसगढ़ ओलंपिक में पंचायतों को पर्याप्त फंड पहले उपलब्ध हो, यह चर्चा पंचायत के सरंपच, सचिव के मध्य होते दिख रही है। मनरेगा के कार्यों को लेकर भी समय पर भुगतान नहींं होने की बात कांग्रेस के ही एक दो विधायक सरपंचों सामने अपनी स्वीकृति देते दिखते हैं। तथा मनरेगा का भुगतान संयुक्त समय पर नहीं होने की बात नाम नहीं छापने के शर्त पर सत्ता पक्ष के विधायक भी दबे स्वर में स्वीकारते दिखते हैं। डोंगरगढ़ जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाले विशेषकर आदिवासी वन बाहुल्य नक्सल प्रभावित क्षेत्र के पंचायतों के सरपंच ने समय पर मनरेगा भुगतान नहीं होने के बाद कही है। कुछ सरपंच के हमे प्राप्त विचार हम यथा स्थान दे रहे हैं। संबंधित विभाग भी इस दिशा में पहल करें। इस मामलें में डोंगरगढ़ जनपद के सीईओ से जानकारी लेने का प्रयास किया गया। उनसे संपर्क नहीं हो पाया।