निगम नेता प्रतिपक्ष व भाजपा पार्षदों ने दी चेतावनी
मुख्यमंत्री ने कहा – भ्रष्टाचारियों के विरूद्ध कार्रवाई हो – फिर….
राजनांदगांव। (अमर छत्तीसगढ़) नगर पालिक निगम राजनंादगांव नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु व भाजपा पार्षदों मणि भास्कर गुप्ता, मधु सहित कुछ पार्षदों ने आज निगम आयुक्त डा. आशुतोष चतुर्वेदी से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि नगर निगम क्षेत्र के बूढ़ा सौदर्यीकरण के नाम पर पिछले कुछ वर्षों में 17 करोड़ का भ्रष्टाचार हुआ है। भ्रष्टाचार के प्रमाण में गत 25 अगस्त को निगम की संपन्न हुई सामान्य सभा की बैठक में कांग्रेस महापौर हेमा देशमुख व समस्त एमआईसी सदस्य व कांग्रेसी पार्षदों तथा भाजपा के नेता प्रतिपक्ष, किशुन यदु एवं भाजपा पार्षदों ने कुछ संयुक्त रूप से बूढ़ा सागर निर्माण व सौदर्यीकरण के नाम पर 17 करोड़ के भ्रष्टाचार के मामले में इस अवधि में काम करने वाले अधिकारियों के विरूद्ध तथा जिम्मेदारों के विरूद्ध एफआईआर करने का निर्णय लिया था। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व पार्षद हेमंत ओस्तवाल पिछले कई वर्षों से 17 करोड़ के भ्रष्टाचार को लेकर लगातार शिकायतें करते रहे हैं।
उन्होंने भी कहा कि इस संबंध में उन्होंने पूर्व में ही इस भ्रष्टाचार में संलग्न कथित समस्त पदस्थ निगम आयुक्त व महापौर के साथ ही कार्यपालन अभियंता के विरूद्ध एफआईआर कर उनके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग कर चुके हैं। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस, भाजपा यह भी कह रही है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, भ्रष्टाचार के विरूद्ध कड्ी कार्रवाई संलग्न लोगों के विरूद्ध करने के निर्देश पहले ही दे चुके हैं। । यह संयोग ही रहा है कि बूढ़ा सागर निर्माण के मामले में 17 करोड़ के भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस एवं भाजपा दोनों ने ही विधिवत प्रस्ताव पारित कर कार्रवाई की मांग की है। श्री ओस्तवाल ने भी चर्चा मेें कहा कि संपूर्ण मामलों में एफआईआर दर्ज कर 17 करोड़ का मामला दर्ज होने की वजह से उच्च स्तरीय एजेंसी को भी मामले में कार्रवाई के लिए सौंप दिया जावे। निगम में भाजपा के नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु ने आज निगम आयुक्त को सौंपे कड़े पत्र अथवा ज्ञापन में स्पष्ट कहा है कि दो दिन के भीतर कार्रवाई नहीं हुई तो भाजपा आंदोलन प्रदर्शन करेगी। नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चर्तुंवेदी ने नेता प्रतिपक्ष को कहा है कि विभागीय जांच के साथ ही तुरंत कार्रवाई की जावेगी। श्री युद ने स्पष्ट कहा कि जब मामले में प्रथम दृष्टया भ्रष्टाचार प्रमाणित हो चुका है। विभागीय जांच से किसको बचा लिया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि क्षेत्रीय विधायक पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने निगम क्षेत्र को अपने कार्यकाल में लगभग 100 करोड़ रूपये उपलब्ध कराये होंगे। लेकिन निर्माण कार्य में गड़बड़ी भ्रष्टाचार की प्रमाणिकता ने इसकी पोल खोल दी है।
नगर निगम नेता प्रतिपक्ष, किशुन यदु ने आज निगम पार्षदों के साथ निगम आयुक्त से मिलकर बूढ़ा सागर निर्माण व सौदर्यीकरण के नाम पर 17 करोड़ रूपये प्रमाणित भ्रष्टाचार को लेकर निगम आयुक्त द्वारा अभी तक संबंधितों के विरूद्ध कार्रवाई नहीं की जा रही है। उन्होंने निगम आयुक्त को कहा कि भ्रष्टाचार को लेकर जब गत 25 अगस्त को बूढ़ा सागर निगम को 17 करोड़ के भ्रष्टाचार को लेकर सामान्य सभा में कार्रवाई हेतु कांग्रेस, भाजपा दोनों ने कार्रवाई हेतु अपनी सहमति की मुहर लगाई है। उन्होंने कहा कि बूढ़ा सागर निर्माण को लेकर 17 करोड़ के भ्रष्टाचार को लेकर प्रारंभ से अब तक जिन लोगों के कार्यकाल व जिनके समय में गड़बड़ी हुई है अथवा हो रही है। जिम्मेदारों के विरूद्ध तत्काल कार्रवाई की जावे। निगम आयुक्त ने श्री यदु को कहा कि मामले की विभागीय जांच करायेंगे। श्री यदु ने तत्काल कहा कि 17 करोड़ के भ्रष्टाचार का मामला जब निगम की सभा में प्रमाणित होने की मुहर सत्तापक्ष एवं विपक्ष के महापौर, पार्षदों एवं एमआईसी सदस्य की मुहर लग है तो फिर विभागीय जांच क्यों? श्री यदु ने निगम आयुक्त को स्पष्ट कहा कि दो दिन के भीतर कार्रवाई हो तथा इस भ्रष्टाचार में प्रारंभ से लेकर वर्तमान तक जिनकी भी जिम्मेदारी है उनके विरूद्ध कार्रवाई हो अन्यथा दो दिन बाद भाजपा आंदोलन, धरना प्रदर्शन करेगी।
पूर्व पार्षद एवं वरिष्ठ नेता हेमंत ओस्तवाल ने बताया कि संपूर्ण मामले में वे इस अवधि में जो भी महापौर, निगम आयुक्त, कार्यपालन अभियंता रहे हैं, जिनकी जिम्मेदारी है, उनके विरूद्ध एफआईआर हो।
श्री ओस्तवाल ने बताया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल स्वयं कह चुके हैं कि भ्रष्टाचार के विरूत्र कड़ी व शीघ्र कार्यवाही होगी। उल्लेखनीय है कि भूढ़ासागर सौंदर्यीकरण में प्रारंभ से लेकर अब तक दो महापौर एवं तीन नगर निगम आयुक्तों का कार्यकाल रहा है। कांग्रेस स्वंय इस मामले में शीघ्र कार्रवाई की बात कह रही है। मुख्यमंत्री के आदेश की प्रतिक्षा है ऐसी चर्चा है।