दल्लीराजहरा(अमर छत्तीसगढ)- जादू टोना के शक में बुजुर्ग की हत्या कर तालाब में फेकने वाले आरोपी को डौंडी पुलिस ने 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार भेजा जेल पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बुजुर्ग व्यक्ति को हत्या कर तालाब में फेकने की सूचना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक बालोद जितेन्द्र कुमार यादव के निर्देशन में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बालोद हरीश राठौर जिला बालोद व अनुविभागीय अधिकारी पुलिस बोनीफास एक्का के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी डौण्डी उपनिरीक्षक कैलाशचंद्र मरई के नेतृत्व में थाना स्तर पर एक विशेष टीम तैयार किया गया ।
थाना डौण्डी में प्रार्थी ननकु राम कोरेटी पिता रामसाय कोरेटी उम्र 45 वर्ष, द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराया गया, कि वह रोज की तरह सुबह अपने खेत की ओर घूमने जाता था,। रोज की तरह 01 नवंबर को वह खेत से घूमकर तालाब केशवपुर(बेलोदा) में हाथ मुंह धोने गया था, जहां तालाब के पानी में एक शव को तैरते हुए देखने पर नजदीक जाकर देखने से अपने चाचा मनऊ राम कोरेटी का होने से घटना की सूचना तत्काल अपने परिजनो एवं गांव वालों को देने बाद पुलिस को सूचना देने पर थाना डौंडी द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए अपराध की सूचना वरिष्ठ अधिकारीयों को देकर तत्काल धारा 302 भादवि कायम कर विवेचना कार्यवाही में लिया गया और संदेही आरोपी को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ करने पर आरोपी गोपाल यादव उम्र 35 वर्ष ग्राम केशवपुर(बेलोदा) थाना- डौण्डी, जिला- बालोद(छ.ग.) द्वारा जादू टोना के संदेह पर 62 वर्षीय बुजुर्ग मनऊ राम कोरेटी का 31 अक्टूबर को बाई तालाब के पास मृतक के खेत एवं तालाब के समीप स्थित मेड में अपने पास रखे लकडी के डंडा से मनऊ राम कोरेटी के छाती, पेट में वार कर मनऊ राम कोरेटी के हाथ से धान कांटने के हंसिया को छीनकर जान से मारने की नीयत से सिर के ऊपर कई बार प्राणघातक वार कर आंख, कान, मुंह में गंभीर चोट पहूंचाने से मनऊ राम कोरेटी घटना स्थल पर ही मृत्यु हो गयी । जिस पर आरोपी द्वारा शव को तालाब में फेक कर हत्या में प्रयुक्त लकडी एवं हंसिया को तालाब में पचरी किनारे फेंक दिया । जिसे आरोपी के निशानदेही पर जप्त कर आरोपी के विरूद्ध अपराध सदर धारा का पर्याप्त साक्ष्य सबूत पाये जाने पर दिनांक 02 नवंबर को गिरप्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश कर जेल निरूद्ध किया गया ।
प्रकरण के विवेचना एवं आरोपी के पतासाजी में थाना प्रभारी डौण्डी उपनिरीक्षक कैलाशचंद्र मरई, सउनि डी.एल. रावटे, प्र.आर. ज्ञानेश चंदेल, आर. ज्ञानेश्वर करचाल, आर. युगल किशोर लोहले, आर. खिलावन सिन्हा, की सराहनीय भूमिका रही ।