कृपा प्राप्त होने से जीवन सधता है
राजनांदगांव(अमर छत्तीसगढ)सात नवंबर। जैन संत श्री हर्षित मुनि ने कहा कि शॉर्टकट के प्रति हर व्यक्ति का रुझान होता है। मन कहता है कि “एक सधे सब सधे” अर्थात शॉर्टकट रास्ते में एक को साधें तो सब काम हो जाए। उन्होंने कहा कि सिद्धि बहुमूल्य चीज है और किसी भी बहुमूल्य चीज को प्राप्त करने का रास्ता कठिन होता है। सरलता से कोई दुर्लभ चीज नहीं मिलती। किसी भी सिद्धि को प्राप्त करने के लिए गुरुदेव की कृपा आवश्यक है। बिना कृपा के कोई भी चीज प्राप्त नहीं होती।
समता भवन में आज जैन संत श्री हर्षित मुनि ने कहा कि किसी भी चीज को प्राप्त करने का शॉर्टकट रास्ता है कृपा प्राप्त करना। हमें किसी भी चीज को साधने का मन बनाना है तो हम पर गुरुकृपा होनी चाहिए। हमें कृपा प्राप्त करने का लक्ष्य बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि आपको बहुमूल्य वस्तु मिल भी जाए तो आप क्या करेंगे?, उसे एक जगह स्टोर करेंगे और उसकी चौकीदारी करते रहेंगे। माता पिता की सेवा करने के बाद उनकी जो कृपा मिलती है ,वही बहुमूल्य चीज है जिससे व्यक्ति संजीवनी प्राप्त करता है।
संत श्री हर्षित मुनि ने फरमाया कि विद्या गुरु की कृपा प्राप्त होती है तो शिक्षा के क्षेत्र में आप सफल होंगे। ज्ञान तो भीतर से आता है किंतु विद्या, गुरुकृपा से ही मिलती है। माता-पिता की कृपा से आरोग्य शरीर मिलता है और गुरु की कृपा मिलने से जीवन सधता है। कृपा प्राप्त करने के लिए हमारे पास अहोभाव होना चाहिए। व्यक्ति को दूसरे की गलती ना दिखे और अपनी गलती दिखे तो यही अहोभाव है। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति के पास देव, गुरु, धर्म एवं माता-पिता की कृपा होती है , वह व्यक्ति कभी फेल नहीं होता और ऐसे ही व्यक्ति का जीवन धन्य हो जाता है। कृपा प्राप्त करने का लक्ष्य बनाएं। यह छोटा रास्ता है, इसे अपनाएंगे तो हम जरुर सफल होंगे। यह जानकारी एक विज्ञप्ति में विमल हाजरा ने दी।